सनातन धर्म के सबसे बड़े सामूहिक आयोजन महाकुंभ के लिए इस बार केंद्र सरकार अब तक का सबसे बड़ा विशेष पैकेज देने जा रही है। 14 नवंबर को होने वाली बैठक में केंद्र सरकार महाकुंभ के आयोजन के लिए दी जाने वाली धनराशि तय कर सकती है।
वर्ष 2019 के कुंभ में केंद्र सरकार ने 1200 करोड़ रुपये प्रदेश सरकार को दिए थे, इस बार 2000 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि मिलने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार महाकुंभ के लिए करीब 5400 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुकी है।
धनराशि आवंटन को लेकर मंथन
नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने बताया कि केंद्र सरकार में महाकुंभ के आयोजन को ध्यान में रखते हुए धनराशि आवंटन को लेकर मंथन चल रहा है। 14 नवंबर को इस संबंध में केंद्र सरकार में बैठक होनी है। इसमें धनराशि तय होने की उम्मीद है।
इस बार पिछले कुंभ से दोगुणी राशि मिलने की उम्मीद है। महाकुंभ के आयोजन के लिए करीब 5400 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है, टेंडर आवंटित होने के बाद यह धनराशि 4200 करोड़ रुपये के आस-पास खर्च का अनुमान है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘वोकल फॉर लोकल’ का संदेश परवान चढ़ता दिख रहा है। शहर से 20 किमी दूर गौरा, बिहार और शिवगढ़ ब्लाक के अंतर्गत आने वाले गांवों में भी स्वयं सहायता समूह की महिलाएं स्वदेशी की अलख जगा रही हैं। महाकुंभ 2025 में महिला स्वयं सहायता समूहों की शक्ति का प्रदर्शन होगा। पीएम मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ संदेश से प्रेरित होकर प्रतापगढ़ जिले के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा दे रही हैं। गोबर से बने दीये, मिट्टी की मूर्तियां, कागज के तोरण और झूमर जैसे उत्पादों के साथ वे आधी आबादी के सशक्तिकरण का संदेश भी देंगी।खास बात यह है कि प्रयागराज में जनवरी माह में लगने वाले महाकुंभ में इस बार आधी आबादी अपने उत्पादकों को बेचने के साथ ही साथ स्वदेशी का पैगाम देंगी।
सीडीओ डा. दिव्या मिश्रा ने बताया कि स्वयं सहायता समूह से जुड़कर गरीब महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। वह दूसरों को भी स्वावलंबी बना रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी की तरफ से करोड़ों श्रद्धालुओं को चैटबॉट का तोहफा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद महाकुंभ की तैयारियों का जायजा ले रहे हैं। वहीं, इस बार योगी सरकार महाकुंभ के करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए एक खास एप लॉन्च करेगी। जी हां, योगी सरकार का AI चैटबॉट ‘कुंभ सहायक’ लॉन्चिंग के लिए तैयार है। इस चैटबॉट से श्रद्धालुओं को क्लिक करने पर ही महाकुंभ की सभी जानकारियां मिल जाएंगी।
आइए इस चैटबॉट के बारे में जानते हैं कि इसके फीचर्स क्या हैं, वे कैसे काम करेंगे…
चैटबॉट कुंभ सहायक के फायदे
अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने बताया कि पहली बार महाकुंभ में AI और चैटबॉट टेक्नोलॉजी इस्तेमाल होगी। चैटबॉट हिंदी-अंग्रेजी के अलावा 10 से ज़्यादा भाषाओं से काम करेगा। इंटरैक्ट करते हुए Google नेविगेशन और GIF के साथ श्रद्धालुओं को जानकारियां प्रदान करेगा। इस चैटबॉट को महाकुंभ 2025 ऐप या व्हाट्सऐप के जरिए एक्सेस कर सकते हैं। इस चैटबॉट से लिखकर टाइप करके या बोलकर बातचीत की जा सकेगी।
टेक्स्ट और वॉयस दोनों तरीकों से यह चैटबॉट महाकुंभ के इतिहास, परंपराओं, साधुओं, अखाड़ों, प्रमुख स्नान घाटों, स्नान की तारीखों, घाट तक जाने के रूट, पार्किंग, ठहरने की जगहों के बारे में जानकारी देगा। कुंभ सहायक चैटबॉट में गूगल नेविगेशन भी की जा सकेगी। इसमें प्रयागराज के दर्शनीय स्थलों, मंदिरों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों की जानकारी भी मिल जाएगी। चैटबॉट टूर पैकेजों, लोकल होटलों और होमस्टे-रिजॉर्ट की भी जानकारी देगा।
12 दिसंबर को पीएम मोदी प्रयागराज मेंकरेंगे महाकुंभ का आगाज
महाकुंभ 2025 के आगाज के लिए 12 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीर्थराज आएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस कार्यक्रम को लेकर हांमी भर दिया गाया है। उत्तर प्रदेश शासन को पीएमो से पत्र भी आ गया है। प्रदेश शासन ने जिला प्रशासन और मेला प्रशासन को इस स्वीकृति से अवगत करा दिया गया है। कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री वायुसेना के प्लेन से बमरौली एयरपोर्ट दिन में 11बजे पहुंचेंगे। वहां से हेलीकाप्टर से परेड स्थित हलीपैड पहुंचेंगे और फिर संगम जाएंगे। गंगा पूजन और आरती के बाद वह अक्षयवट व समुद्रकूप कारिडोर और फिर बड़े हनुमान मंदिर कारिडोर जाएंगे। इसके बाद वह परेड स्थित 17 नबंर पार्किंग में सभा को संबोधित करेंगे। सभा के पहले प्रधानमंत्री लगभग 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।