प्रयागराज में अगले वर्ष जनवरी माह से शुरू हो रहे महाकुंभ 2025 के लिए केंद्र सरकार 2100 करोड़ रुपए यूपी सरकार को देगी। केंद्र ने पहली किस्त के रूप में 1050 करोड़ रुपए की राशि जारी भी कर दी है। मुख्यमंत्री योगी अद्त्यनाथ ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जाते है। उन्होने इन्टरनेट मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर लिखा- डबल इंजन की सरकार विश्व के सबसे बड़े सांस्कृतिक व आध्यात्मिक समागम को दिव्य, भव्य व डिजिटल बनाने के लिए संकल्पित है। केंद्र के सहयोग से स्वच्छ, सुरक्षित एवं सुव्यवस्थित महाकुंभ को साकार रूप में सहायता मिलेगी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पहले ही 5435.68 करोड़ रुपए भव्य, दिव्य और डिजिटल महाकुम्भ के आयोजन पर खर्च कर रही है। सरकार द्वारा महाकुम्भ के लिए 421 परियोजनाओं पर यह धनराशि खर्च की जा रही है। प्रदेश सरकार की ओर से अबतक 3461.99 लाख की वित्तीय स्वीकृति दी जा चुकी है। इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों, जिसमें लोक निर्माण विभाग, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, सेतु निगम, पर्यटन विभाग, सिंचाई, नगर निगम प्रयागराज द्वारा विभागीय बजट से 1636.00 करोड़ रुपए की 125 परियोजनाओं को क्रियान्वित कराया जा रहा है।
महाकुंभ में आने वाले पर्यटक व श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ओवर ब्रिज, रेलवे अंडर ब्रिज व सड़कों का चौडीकरण का कार्य, नदी के किनारे कटाव निरोधक कार्य सहित इंटरलाकिंग सड़क मार्ग, रिवर फ्रंट का निर्माण कराया जा रहा है। स्मार्ट सिटि व प्रयागराज विकास प्राधिकरण के समन्वय से प्रयागराज को सर्वश्रेस्ठ स्मार्ट सिटि के रूप में विकसित किए जाने की कार्ययोजना के तहत समस्त चौराहों का थीम बेस्ड सौंदर्यीकरण, आईटी बेस्ड निगरानी इत्यादि कार्य तेजी से किए जा रहे है।
इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन एवं नगर निगम प्रयागराज के समन्वय से शहर की साफ सफाई एवं स्वच्छता की व्यवस्था की जा रही है। ठोस एवं अपशिष्ठ प्रबंधन व शहर को 100 प्रतिशत सीवरेज ट्रीटमेंट से आच्छादित किया जा रहा है।
महाकुंभ 2025 होगा खास
इसके अतिरिक्त महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत विभिन्न प्रयोग, जिसमें डिजीटल कुम्भ म्यूजियम का निर्माण एवं पर्यटन रूट सर्किट (प्रयागराज-अयोध्या-वाराणसी-विंध्याचल-चित्रकूट) का निर्माण इत्यादि किया जा रहा है। महाकुम्भ 2025 के अन्तर्गत श्रद्धालुओं, पर्यटकों एवं दर्शनार्थियों के आवागमन एवं पुण्य स्नान किये जाने की उत्तम व्यवस्था की जा रही है। साथ ही महाकुम्भ 2025 को दिव्य महाकुम्भ, भव्य महाकुम्भ के साथ-साथ स्वच्छ महाकुम्भ, सुरक्षित महाकुम्भ, सुगम महाकुम्भ, डिजिटल महाकुम्भ, ग्रीन महाकुम्भ की अवधारणा के रूप में विकसित किये जाने का लक्ष्य है।