उत्तर प्रदेश में पान मसाला के साथ तंबाकू का सेवन करने वालों के लिए बुरी खबर है। यूपी में अब न ही एक दुकान में पान मसाला और तंबाकू बेचा जा सकेगा और ना ही एक फैक्टरी परिसर में इन दोनों का निर्माण या पैकेजिंग की जा सकेगी। इस संबंध में खाद्य सुरक्षा आयुक्त अनीता सिंह ने सभी मंडलायुक्तों और डीएम को जानकारी भेजी है। प्रतिबंध एक जून से लागू होगा।
अधिसूचना में कहा गया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के अंतर्गत प्रतिपादित खाद्य सुरक्षा एवं मानक (विक्रय प्रतिषेध एवं निर्बन्धन) विनियम, 2011 के विनियम 2.3.4 में किसी भी खाद्य पदार्थ में तंबाकू एवं निकोटिन को एक अवयव के रूप में प्रयोग किया जाना प्रतिबन्धित किया गया है, जिसके क्रम में ही उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा में तम्बाकूयुक्त पान-मसाला/गुटखा के विनिर्माण / पैकिंग, भण्डारण, वितरण एवं विक्रय पर दिनांक 01.04.2013 से प्रतिबन्ध लगाया गया है। उक्त विनियम 2:3.4 से तम्बाकू का प्रभावी अपमिश्रक (Potential Adulterant) होना सिद्ध है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का दिया गया हवाला
अधिसूचना में कहा गया है कि संज्ञान में आया है कि विभिन्न पान-मसाला निर्माण इकाईयों द्वारा तम्बाकू का भी निर्माण पान-मसाला के ही ब्राण्डनेम अथवा किसी अन्य ब्राण्डनेम से किया जा रहा है तथा पान-मसाला के पाउच के साथ ही तम्बाकू के भी पाउच भण्डारित एवं विक्रय किए जा रहे हैं। उच्चतम न्यायालय द्वारा Transfer Case (Civil) No. 1/2010 titled as Central Arecanut Marketing Copn. & ors. Vs. Union of India में पारित आदेश दिनांक 23.09.2016 में उक्त विनियम 2.3.4 का अनुपालन पूर्णतः कराए जाने का आदेश पारित किया है। विनिर्माण इकाईयों द्वारा अपने ब्राण्ड के पान-मसाला के साथ ही तम्बाकू का निर्माण, भण्डारण, वितरण एवं विक्रय करने से उपरोक्त विनियम एवं मा. उच्चतम न्यायालय के आदेश की मूल भावना का अनुपालन नहीं हो पा रहा है।
पैकिंग, भण्डारण, वितरण एवं विक्रय पर लगा प्रतिबंध
अधिसूचना में आदेशित किया गया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 की धारा 30 (2) (a) में आयुक्त, खाद्य सुरक्षा को प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जनस्वास्थ्य के दृष्टिगत एतद्वारा एक ही परिसर में समान ब्राण्डनेम अथवा भिन्न ब्राण्डनेम से प्रभावी अपमिश्रक तम्बाकू निकोटिन के साथ पान-मसाला का विनिर्माण / पैकिंग, भण्डारण, वितरण एवं विक्रय दिनांक 01.06.2024 से प्रतिबन्धित किया जाता है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के संज्ञान में आया कि विभिन्न पान मसाला बनाने वाली इकाइयों द्वारा तंबाकू का भी निर्माण पान मसाला के ही ब्रांड नाम अथवा किसी अन्य ब्रांड नाम से किया जा रहा है। पान मसाला के पाउच के साथ ही तंबाकू के पाउच भी बेचे जा रहे हैं और उनका स्टॉक किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक केस की सुनवाई में पारित आदेश में ऐसे निर्माण और पैकेजिंग व बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था।
लगातार नियम तोड़ने पर होगी जेल
लिहाजा पान मसाला और तंबाकू के पाउच की बिक्री एक साथ एक ही दुकान पर अब बेचा नहीं जा सकेगा। तंबाकू या जर्दा के साथ पान मसाला बेचा गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उल्लंघनकर्ता दुकानदार को जुर्माना और लगातार ऐसे उल्लंघन पर जेल भी हो सकती है।