प्रवासी भारतीयों की मेहमाननवाजी करने के लिए तैयार बनारस की गलियां

'अपनों' की खातेदारी करने के लिए बनारस की गलियां तैयार हो चुकी हैं। अपनी माटी से जुड़ने काशी आ रहे प्रवासियों के लिए खास तरीके से तैयार किया जा रहा है। बनारस में मेहमानों की खातिर जहां टेंट सिटी बसाई गई हैं, वहीं लालपुर स्टेडियम को भी शानदार तरीके से तैयार किया गया है। काशी को दिखाने के लिए यहां की गलियों को सजाया और संवारा गया है। बालेश्वर अग्रवाल नगर (टेंट सिटी) को पूरी तरह से सजाया गया है। यहां पर मेहमानों के लिए 600 से ज्यादा टेंट लगाए है। टेंट सिटी को अलग लुक देने के लिए हर टेंट के सामने लालटेन टांगी गई है। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरिशस के पीएम प्रवींद जगन्नाथ के प्रवास के लिए भी विशेष टेंट तैयार किया गया है।
बनारस में 21 से 23 जनवरी के बीच होने वाले ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ में इस बार 6 हजार से ज्यादा मेहमान आएंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार अब तक प्रवासी सम्मेलन में भाग लेने के लिए छह हजार से ज्यादा मेहमानों ने पंजीकरण कराया है। बनारस में इस दौरान टेंट सिटी को खास तरीके से फूलों से सजाया और संवारा गया है। बड़ा लालपुर के दीनदयाल हस्तकला संकुल और बड़ा लालपुर के स्टेडियम कोलकाता और दिल्ली सहित कई प्रदेशों के फूलों से महकेंगे। कार्यक्रम स्थल को भी फूलों से सजाया जाएगा। इसके लिए पाम, साइकस पास, मनी प्लांट, बोगनबिलिया, चमेली, मोरपंख, गेंदा, गुलाब, डहेलिया, डेजी और सूरजमुखी के फूल मंगाए गए हैं।
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में किसानों का सरकार फिर माफ करेगी कर्ज!
बनारस को दिया गया अलग लुक
सम्मेलन में प्रवासियों की खातिर पूरे बनारस को बेहतरीन लुक में सजाया जा रहा है। यही नहीं वाराणसी आने वाले प्रवासी मेहमान पर्यटन स्थलों के अलावा गांवों का भी भ्रमण कर सकते है। इसीलिए गांवों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। गांवों की जिम्मेदारी जिला प्रशासन से लेकर जिला पंचायत को दी गई है। यही नहीं बनारस के घाटों को भी खास तरीके से तैयार किया जा रहा है। बनारस आ रहे प्रवासी काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट पर होने वाली आरती को भी देखेंगे।
लमही गांव को दिखाएगा प्रशासन
बनारस में हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर जिला प्रशासन लमही गांव को खास तरीके से तैयार कर रहा है। जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रवासियों ने गांव भ्रमण इच्छा हुई तो उन्हें वाल्वो बस से मुंशी प्रेमचंद्र के गांव का भ्रमण कराया जाएगा। जिला प्रशासन की ओर से प्रवासियों के लिए बने टेंट सिटी के नजदीक बसे ऐढ़े गांव के अलावा महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द्र के जन्मस्थान लमही में भ्रमण के लिए प्रवासियों को ले जाया जाएगा। इन गांवों को खास तरीके से तैयार किया जा रहा है। ऐढ़े गांव के स्कूल का रंग-रोगन कर दिया गया है। स्कूल की व्यवस्था में सुधार करते हुए सोलर सिस्टम भी लगा दिया गया है जिससे पंखा, बल्ब के साथ ही सबमर्सिबल पंप चल रहा है। इसके अलावा मुंशी प्रेमचंद्र के गांव को भी खास तरीके से तैयार किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें : कुम्भ मेले में इस तरह 'पुण्य' कमा रहे कैदी, जानें कैसे हुआ संभव
दीवारों पर दिख रहा 'भारत'
बनारस शहर में सांस्कृतिक का अद्भूत संगम देखने को मिलेगा। शहर की दीवारों में प्रवासियों को 'अतुल्य भारत' दिखेगा। शहर की दीवारों पर पेटिंग के साथ ही साथ म्यूरल आर्ट और लोगों के लिए सेल्फी प्वाइंट बनाए गए हैं। जहां पर लोग गाड़ियों से गुजरते समय पेटिंग और आकृतियों को निहारे के साथ ही सेल्फी भी ले सकेंगे। शहर में उन जगहों पर अधिक देखने को मिल जाएगा जहां पर शाम के समय कलाकृतियों के आस पास हेरिटेज पोल लगे हैं। ऐसी जगह पर कलाकृतियों को देख सकेंगे।
ये भी पढ़ें: यूपी के इस गांव में है वाई-फाई और सीसीटीवी की सुविधा, आरओ का पानी पीते हैं ग्रामीण
एयरपोर्ट भी खास तरीके से गया सजाया
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयटपोर्ट को खास तरीके से सजाया गया है। प्रवासी सम्मेलन को लेकर खासी तैयारियां की गई है। आगमन गेट से लेकर प्रस्थान गेट के बाहर पिलरों को केसरिया रंग में रंगा गया है। पूरी बिल्डिंग को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। पश्चिम की दीवार पर थ्रीडी कलाकृति तैयार की जा रही है, जिसमें काशी की महत्ता को समाहित किया गया है। इसे कलाकार नजीम सलीम ने डिजाइन किया है।
इस सेक्शन की और खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...
