ये खेती आपको बना सकती है लखपति, कृषि वैज्ञानिक ने ड्रैगन फ्रूट की खोजी नई विधि
किसानों को परंपरागत खेती से इतर आमदनी को बढ़ाने के लिए कृषि वैज्ञानिक शेख इकबाल अहमद ने थाईलैंड में पैदा होने वाले ड्रैगेन फ्रूट की खेती को उत्तर प्रदेश में भी करने का फॉर्मूला तैयार किया है। विदेशों में ड्रैगेन फ्रूट काफी प्रचलित है साथ ही कुछ बीते सालों में भारत में इसकी मांग बहुतायत में है। अभी तक भारत में ड्रैगेन फ्रूट की खेती गुजरात में ही होती है, लेकिन यूपी में इसकी खेती के लिए काफी प्रयोगों के बाद कृषि वैज्ञानिक ने यह कारनामा कर दिया है। ड्रैगेन फ्रूट की खेती करने पर किसानों को अधिक मुनाफा होगा क्योंकि यह उच्च दाम में बिकता है।
कृषि वैज्ञानिक शेख इकबाल ने तैयार किया नया फॉर्मूला
परंपरागत खेती के जाल में उत्तर प्रदेश के किसान फंसे हुए हैं। यहां पर गेहूं, धान व गन्ना की खेती बहुतायत में की जाती है। हालांकि बीते कुछ सालों में अन्य ऐसी फसलों का भी चलन बढ़ा है जिनके किसानों को नकद आमदनी होती है। इसी कड़ी में सम्भल निवासी कृषि वैज्ञानिक शेख इकबाल ने प्रदेश के किसानों के लिए ड्रैगन फ्रूट की खेती का नया फार्मूला तैयार किया है। ड्रैगन फ्रूट मुख्यता थाइलैंड में उगाया जाता है। स्ट्राबेरी की तरह दिखने वाला यह फल कैकटस प्रजाति का है। यूपी से पहले देशभर में इसकी खेती केवल गुजरात राज्य में की जाती है।
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रेतीली दोमट मिट्टी में करें खेती: कृषि वैज्ञानिक
जनपद सम्भल के कृषि वैज्ञानिक डॉ. शेख इकबाल अहमद बताते हैं कि इसकी फसल रेतीली दोमट मिट्टी में की जाती है तथा पानी की कम जरूरत पड़ती है। मौजूदा समय में बाजार में इसकी जरूरत बढ़ रही है, क्योंकि वैज्ञानिकों ने शोध कर इस फल को शुगर, ह्दय रोग, कैंसर व चर्म रोगों में लाभदायक बताया है। डॉ इकबाल ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट का पौधा एक बार में 30 से 40 फल देता है। किसानों को बाजार में नकद पैसा भी मिलता है। प्रदेश में उन्होंने इस फल का पौधा प्रयोग के तौर पर लगाया था। छह महीने तक चला उनका प्रयोग सफल रहा। अब प्रदेश के किसान इसे आसानी के साथ खेतों में उगा सकते हैं।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. इकबाल को दी बधाई
सम्भल के कृषि वैज्ञानिक डॉ. शेख इकबाल अहमद को इस उपलब्धि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पत्र भेज कर बधाई भी दी है। अब डॉ. इकबाल ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के अपने सपने को साकार करने में जुटे हैं। जल्दी ही किसानों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे ताकि उनकी आय बढ़ाई जा सके। गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश देश का दूसरा राज्य बन जाएगा जिसमें ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाएगी।
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ड्रैगन फ्रूट से बढ़ेगी किसानों की आय
डॉ. शेख इकबाल बताते हैं कि यूपी में ड्रैगन फ्रूट की फसल पैदा किए जाने के परीक्षण के संबंध में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज कर जानकारी दी थी। बीती सात जनवरी को प्रधानमंत्री ने पत्र भेज कर उन्हें बधाई दी है। श्री इकबाल बताते हैं कि ड्रैगन फ्रूट की खेती से प्रदेश के किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं क्योंकि किसान बाजार में सीधे इसे बेच सकते हैं। इसके साथ ही कई कंपनियां ऐसी हैं जो किसानों से इसकी खरीदारी कर रही हैं।
पहले भी कर चुके हैं खुद को साबित
कृषि वैज्ञानिक डॉ. शेख इकबाल अहमद कुछ साल पहले स्ट्राब्रेरी और ताइवानी टमाटर की फसल उगा चुके हैं। वर्ष 2016 में ताइवानी टमाटर का 42 हजार रुपये का बीज खरीदा और चार बीघे में बो दिया। लगभग तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद जून की गर्मियों में ताइवानी टमाटर की बंपर फसल की पैदावार हुई। खेती को नए तरीकों से करने के लिए राज्यपाल पुरस्कार पुरस्कार भी मिल चुका है।
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