
उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था तेज़ी से सुधार रही है। सरकार इस दिशा में काफी प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में अब यूपी के सोनभद्र और ललितपुर जिले में एकलव्य विद्यालय शुरू होने जा रहे हैं। समाज कल्याण विभाग की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। यूपी के समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने बापू भवन में प्रदेश सरकार के जनजाति निदेशालय द्वारा चलाई जा रही विभिन्न विद्यालयों एवं योजनाओं की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उनके साथ संयुक्त सचिव, केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय डॉ. नवलजीत कपूर, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम, मुख्य वित्त एवं लेखाधिकारी, जनजाति निदेशालय प्रकाश सिंह, उप निदेशक जनजाति निदेशालय डॉ. प्रियंका वर्मा एवं शोध अधिकारी देवेन्द्र सिंह शामिल रहे।
इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लखीमपुर खीरी, बहराइच, सोनभद्र एवं ललितपुर में 4 वित्त पोषित एकलव्य विद्यालय संचालित किए जाएंगे। इन चारों विद्यालयों को ठीक से चलाने के लिए 5-5 करोड़ रुपये भी दिए जाएंगे। इस दौरान समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने सोनभद्र एवं ललितपुर के एकलव्य विद्यालय को संचालित करने के लिए जरूरी कार्यवाही के निर्देश भी दिए।
इस बैठके में यह निर्णय भी लिया गया कि यूपी में जनजाति विद्यालयों के छात्रों के लिए लखीमपुर खीरी, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, महाराजगंज और बिजनौर में संचालित 9 आश्रम पद्धति विद्यालयों को 11 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिससे इन विद्यालयों में पोषण वाटिका, खेल की सुविधा एवं सोलर पैनल जैसी सुविधाएं शुरू कर इन्हें बेहतर बनाया जा सके।
इस बारे में बात करते हुए समाज कल्याण मंत्री, असीम अरुण ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए 38 करोड़ की लागत से एक और एकलव्य विद्यालय जल्द ही खुलेगा।