
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन ने अप्रैल से सितंबर तक गर्मी के दौरान निर्बार्ध बिजली देने की तैयारियां तेज कर दी है। दूसरे राज्यों से पावर बौंकिन के माध्यम से अधिक से अधिक बिजली हांसील करने की तैयारी है। करीब सात निर्माणाधीन नई तापीय इकाइयों से इस गर्मी में बिजली उत्पादन शुरू हो जाने की उम्मीद है।
वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत बिजनेस प्लान के तहत शहर क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था सुधारने के लिए 11 करोड़ 27 लाख रुपये बजट की मांग की थी, जिसपर शासन ने मुहर लगाते हुए 11 करोड़ 27 लाख 35 हजार रुपये का बजट स्वीकृत किया है। इससे शहर के हर क्षेत्र में बिजली सुधार के साथ-साथ कई महत्वपूर्ण कार्य कराए जाएंगे जिससे उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना न करना पड़े।
नए ट्रांसफार्मर भी किए जाएंगे स्थापित
इसी के साथ नए ट्रांसफार्मर भी स्थापित किए जाएंगे, जबकि 11 केवी लाइनों के जर्जर तार बदले जाएंगे तथा नौ 11 केवी लाइन जिन पर अधिक लोड है उनका लोड कम करने के लिए अलग-अलग बांटा जाएगा, जिससे लोड कम रहे ट्रांसफार्मरों के 11 केवी व एलटी लाइनों में होने वाले फॉल्ट को रोकने के लिए सुरक्षा उपकरण लगाए जा रहे हैं।
इसके अलावा चिन्हित उपकेंद्रों को दूसरे उपकेंद्रों से 33 केवी लाइन बनाकर जोड़ा जा रहा है, जिससे यदि एक उपकेंद्र पर कोई समस्या आती है तो संबंधित उपकेंद्र से आपूर्ति दी जा सके। वहीं, प्रदेश के सभी बिजली को गर्मी के दिनों में सुरक्षित रखने के अहम कार्य भी कराए जाएंगे और प्रकाश व्यवस्था आदि के भी समुचित इंतजाम कराए जाएंगे। भीषण गर्मी के दिनों में उपकेंद्र पर लगे बड़े ट्रांसफार्मरों का तापमान नियंत्रित रखने के लिए एग्जास्ट फैन से लेकर जरूरत के मुताबिक कूलर आदि की भी व्यवस्था की जाएगी।