जानिए बिजली बचाने के लिए रेलवे ने उठाया कौन सा अहम कदम

बिजली बचाने को लेकर रेल मंत्रालय बेहद गंभीर है। इसीलिए बिजली बचाने के लिए नित नए तरीके रेलवे के अधिकारी खोजते रहते हैं।
इसी कड़ी में पश्चिमी रेलवे कुछ स्टेशनों पर सिग्नल को प्लेटफॉर्म से जोड़कर बिजली की बचत की जा रही है।इस सिस्टम के सक्रिय हो जाने से अब प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के आने पर ही सिग्नल में लाइट जलती है।
गुजरात के कुछ रेलवे स्टेशनों पर हो रहा प्रयोग
रेलवे के अधिकारियों को अंदाजा है कि इससे 70 फीसदी बिजली की बचत होगी। इस सिस्टम का प्रयोग अभी अहमदाबाद रेलवे स्टेशन के साथ-साथ साबरमती और मणिनगर स्टेशन पर किया जा रहा है। साल के अंत तक कई और स्टेशनों पर इसे लागू किया जाएगा।
इससे सिग्नलों को सीधे प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया जाएगा और सिग्नल की लाइट तभी जलेगी जब ट्रेन को आना होगा। ट्रेन के जाते ही सिग्नल दोबारा ऑफ हो जाएगा।
इसके अलावा रेलवे सोलर पैनल और सामान्य लाइट की जगह एलईडी लाइट लगाने पर जोर दिया जा रहा है। प्रयोग के तौर पर कई ट्रेनों की छत पर भी सोलर पैनल लगाया जा रहा है। अहमदाबाद डिविजन के पीआरओ प्रदीप शर्मा ने कहा, 'रेलवे पिछले दस साल से बिजली बचाने के तरीकों पर जोर दे रहा है। हमारे प्रयासों के अच्छे परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। खासकर छोटे स्टेशनों पर ऐसे प्रयोग काफी सफल रहे हैं।'
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