उत्तर प्रदेश में टूटेगी कोरोना की चैन, कल से घर-घर जाएंगी स्वास्थ्य टीम
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण को कम करने के लिए सरकार की तरफ से लगातार कदम उठाएं जा रहे हैं। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि प्रदेश में कोविड के नये मामलों में कमी आने के साथ-साथ कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में निरन्तर बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने बताया कि एग्रेसिव टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की नीति प्रदेश में कारगर साबित हो रही है। 30 अप्रैल को 02 लाख 44 हजार टेस्ट हुए, 34 हजार कोविड केस आए और 32 हजार कोविड-19 से ठीक हुए थे। 03 मई को 02 लाख 29 हजार टेस्ट हुए, 29 हजार कोविड केस आए और 38 हजार कोविड-19 से ठीक हुए थे।
प्रदेश में कोविड संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका कोविड टेस्ट कराने हेतु सर्विलांस टीम लोगों के घर-घर जा रही है। इस अभियान के तहत प्रदेश की 24 करोड़ जनसंख्या में से अब तक 16.46 करोड़ जनसंख्या तक स्वास्थ्य विभाग पहुंचा है। उन्होंने बताया कि अब तक 04 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट हो चुके हैं तथा विगत 24 घण्टों में 2,08,558 कोविड-19 के टेस्ट किये गये हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से 05 मई से 09 मई तक ग्रामीण क्षेत्रों में एक विशेष अभियान चलाकर 97 हजार राजस्व गांवों में घर-घर जाकर लोगों से सम्पर्क किया जाएगा। आरआर टीम के द्वारा लक्षणयुक्त वाले लोगों का एन्टीजन टेस्ट किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए निगरानी समितियों के पास 10 लाख मेडिसिन किट तथा आर0आर0 टीम के पास 10 लाख एन्टीजन किट उपलब्ध करायी जायेगी।
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उन्होंने बताया कि इस अभियान के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों मे कोविड लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनका एन्टीजन टेस्ट कराते हुए, उनकों निशुल्क मेडिसिन किट उपलब्ध कराते हुए, उनका उपचार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे होम आइसोलेशन, इंस्टिट्यूशनल क्वारन्टीन अथवा अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। होम आइसोलेशन में रखे जाने से पूर्व मरीज को मेडिकल किट दी जाए उसे जरूरी सावधानियों के बारे में विधिवत जानकारी दी जायेगी। ग्राम पंचायत/स्कूलों में क्वारंटीन सेंटर बनाये जाएंगे। इन क्वारंटीन सेंटरों में रहने वाले लोगों की देखभाल एवं खान-पान की व्यवस्था सरकार करेगी।
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नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री की तरफ से आज कोविड-19 की समीक्षा की गई। इसमें मुख्यमंत्री ने कहा है कि अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त दिया जायेगा। इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा। मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, उन्हें भी मानदेय प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की तरफ से सभी अस्पतालों में अपने स्टाफ में से 08-08 घण्टे की शिफ्टवार में एक अधिकारी नियुक्त किये जाएंगे। नियुक्त अधिकारियों की यह जिम्मेदारी होगी कि आने वाले कोविड मरीजों को भर्ती कराने के साथ-साथ समुचित उपचार कराएंगे। इसके अतिरिक्त अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन को दिन में एक बार मरीज को कौन सी दवा दी जा रही है, मरीज की हालत कैसे है आदि बातों की जानकारी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि इसकी मॉनीटरिंग स्वयं मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन द्वारा की जायेगी।
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