
अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीय प्रवासियों की वापसी के साथ ही राजनीति भी शुरू हो गई है। हाथों में हथकड़ियां और पैरों में बेड़ियां पहने आए भारतियों को लेकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। विपक्ष ने कहा है कि भारतियों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी राज्य सभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कॉंग्रेस सांसद प्रियंका गांधी, शशी थरूर, सपा सांसद अखिलेश यादव, एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत तमाम विपक्षी सांसदों ने सदन में यह मुद्दा उठाया और संसद परिसर में प्रदर्शन किया।
विदेश मामलों की संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष कॉंग्रेस सांसद शशि थरूर ने अमेरिका के इस व्यवहार पर गहरी नाराजगी जताई है। थरूर ने कहा अमृतसर लाये गए प्रवासी भारतियों को हथकड़ी लगाई गई थी। यह भारत और भारतियों की गरिमा का अपमान है। सरकार को अमेरिका को संदेश जारी करना चाहिए जिसमें यह स्पष्ट किया जाए कि उसे इस तरह अपमानजनक तरीके से ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। अमेरिका जिस तरह से प्रवासी भारतियों को निर्वासित कर रहा है वह अनावश्यक है क्योंकि वे अपराधी नहीं है और उनका कोई बुरा इरादा नहीं था। पूर्व विदेश राज्य मंत्री थरूर ने कहा अमेरिका के पास उन लोगों को निर्वासित करने का पूरा अधिकार है जो उनके देश में अवैध रूप से रह रहे हैं। अगर वे भारतीय साबित होते हैं तो हमारा दायित्व है कि हम उन्हें स्वीकार करें लेकिन उन्हें इस तरह अचानक सैन्य विमान से हथकड़ी में भेजना भारत का अपमान है।
अमेरिकी दूतावास ने कहा है कि, जो भी अमेरिका में अवैध तरीके से घुसेगा, उसे वापस भेज दिया जाएगा। दूतावास ने कहा कि, अमेरिका में इमिग्रेशन कानूनों को लागू करना राष्ट्रीय सुरक्षा और लोगों की सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है।
अमेरिकी दूतावास के बयान में डोनाल्ड ट्रंप की तरह अवैध प्रवासियों को ‘एलियंस’ कहकर संबोधित किया गया। बयान में कहा गया कि, इन अवैध एलियंस (प्रवासियों) को देश से निकालने के लिए इमिग्रेशन कानूनों का ईमानदारी से पालन करना अमेरिकी की नीति है। अमेरिका के मिलिट्री प्लेन से भारत आने वाले कुल 104 भारतीय नागरिकों में 79 पुरुष और 25 महिलाएं और 13 बच्चे भी शामिल हैं। बुधवार को दोपहर 1.59 बजे यह प्लेन अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हो गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका से वापस भेजे गए इन भारतीयों को मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़ा गया था। कहा जा रहा कि ये भारत से वैध तरीके से रवाना हुए थे लेकिन इन्होंने डंकी रूट के जरिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी।