सरकार कुपोषित परिवारों को देगी गाय और पालन के देगी धनराशि

आज उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय पोषण माह का शुभारम्भ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लोक भवन में दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में नवनिर्मित 529 आंगनबाड़ी केन्द्र भवनों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही नवचयनित बाल विकास परियोजना अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण भी किया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन बच्चों महिलाओं किशोरिया जो कुपोषित है उनके स्वास्थ से जुड़ा राष्ट्रीय कार्यक्रम है जिसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरती जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पोषण के स्तर को बेहतर करने के लिए कुपोषित परिवारों को जिनके पास गाय रखने का स्थान उपलब्ध है और गाय पालन के इच्छुक है उन्हे निराश्रित गौवंश आश्रय स्थलो से गाय उपलब्ध करायी जाए। गाय के भरण पोषण के लिए प्रति गाय प्रतिमाह 900 रुपये भी प्रदान किए जाये। गाय के दूध से कुपोषित बच्चों व महिलाओं में कुपोषण दूर होने के साथ ही गायों को भी सहारा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना जिसमें पूर्व में ही व्यवस्था है जिसका अनुपालन करते हुए कार्यवाही की जाये। कुपोषित ऐसे परिवारों को अच्छा पोषण उपलब्ध कराने के लिए किचन गार्डन विकसित करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया जाए।
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उन्होंने कहा कि स्वस्थ माँ और बच्चों से समर्थ, सशक्त और समृद्धिशाली राष्ट्र का निर्माण होगा। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से कहा गया है कि प्रदेश से कुपोषण दूर करने के लिए सरकार, शासन प्रशासन पूरी तरह से दृढसंकल्पित है। राष्ट्रीय पोषण माह और पोषण मिशन अभियान का मुख्य उद्देश्य कुपोषण में कमी लाना है। खुले में शौच, दस्त, साफ पानी की कमी, अपर्याप्त भोजन, स्तनपान एवं ऊपरी आहार से बच्चे को वंचित रखना आदि कुपोषण के कारण रहे हैं। गर्भावस्था के दौरान एवं बच्चे के जन्म के बाद से 730 दिन (कुल 1000 दिन) तक बच्चे की सही देखभाल, मां को पोषक आहार देकर, आयरन का सेवन प्रसव पूर्ण जांच कराकर, नियमित टीकाकरण से बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सकता है।
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