परमाणु युद्ध का खतरा असली, जानिए क्या कह रहे हैं रूसी विदेश मंत्री
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे जंग को दो महीने से ज्यादा का समय हो गया है। इस दौरान दोनों देशों में कई बार शांति के लिए बैठकें हुई जिसका कोई नतीज़ा निकल कर नहीं आया। वहीं, दूसरे तरफ नाटो ने अब खुले तौर पर इस जंग में अपना पक्ष साफ कर दिया है। नाटो देश रूस की धमकी के बावजूद इस हिंसक जंग में यूक्रेन के साथ खड़ा है और उसे राहत और युद्ध से संबंधित संसाधन की पूर्ति कर रहा है। जिसको देखते हुए रूसी विदेशी मंत्री परमाणु युद्ध को असली बताया है।
नहीं मिलेगा रूसी तेल
इसी बीच यूक्रेन ने सोमवार को रूस के ब्रियांस्क शहर में हमला किया। यूक्रेनी सैनिकों ने मिसाइलें दागी हैं, जिसमें एक ऑयल डिपो तबाह हो गया। धमाके के बाद उठी आग की लपटें किसी ज्वालामुखी से कम नहीं लग रहीं। इस हमले को लेकर रूस के ऊर्जा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि आग से ब्रियांस्क में डीजल ईंधन वाले एक डिपो को नुकसान पहुंचा है। देश के पश्चिमी हिस्से में एक तेल डिपो में भीषण आग लगने की घटना के कारण ईंधन की कोई कमी नहीं होगी। जबकि इसके विपरीत नाटो विशेषज्ञ थॉमस सी थेनर ने ट्वीट किया कर लिखा है कि अगर आग ड्रूज़बा तेल पाइपलाइन पंप में लगी है तो रूस की यूरोप में एकमात्र तेल पाइपलाइन नष्ट हो गई है। मतलब जर्मनी, ऑस्ट्रिया और हंगरी को अब रूसी तेल नहीं मिलेगा।
परमाणु युद्ध का खतरा असली
वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने अपनी धमकी को दोहराते हुए सोमवार को एक इंटरव्यू के दौरान कहा, "ये हथियार रूस की सैन्य कार्रवाई का वैध लक्ष्य होंगे।" लावरोफ़ ने कहा, "असल में नेटो रूस के साथ छद्म युद्ध में है। युद्ध का मतलब युद्ध है।" रूसी विदेश मंत्री ने ये भी माना कि मौजूदा संकट परमाणु युद्ध में बदल सकता है। उन्होंने कहा कि रूस संघर्ष को उस स्तर तक बढ़ाना नहीं चाहता है लेकिन परमाणु युद्ध का ख़तरा असली है।
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...