यहां इंसान नहीं रोबोट करते हैं सीवर की सफाई

तमिलनाडु के मंदिरों के सीवर और आस-पास की सफाई अब इंसानों के नहीं बल्कि रोबोट के जिम्मे कर दी गई है, सीवर से लेकर मेनहोल तक की सफाई अब रोबोट ही करेंगे।
तमिलनाडु में मंदिरों की नगरी कुम्बकोणम में साफ-सफाई रोबोट के जरिए ही होगी। ये रोबोट केरल की स्टार्टअप कंपनी जेनरोटिक्स ने बनाए हैं और इसका नाम बंदीकूट रखा गया है। ये रोबोट सीवर और मेनहोल की सफाई करेंगे अभी तक ये काम इंसानों को करना पड़ता था। ये रोबोट इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने कुम्बकोणम नगरपालिका को सौंपे हैं। कुम्बकोणम नगरपालिका क्षेत्र में करीब 5,000 मेनहोल हैं जिनकी सफाई अब नियमित तौर पर रोबोट करेंगे।
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मकड़ी जैसा है आकार
अभी तक नगरपालिका हर महीने 400 से 500 सीवर्स की सफाई करवाती थी जिसमें काफी समय लगता था लेकिन रोबोट के जरिए ये काम आसानी से होगा। नगरपालिका की आयुक्त उमा माहेश्वरी ने कहा कि इन कामों को ऑटोमेटिक बनाने के लिए इंडियन ऑयल ने मेनहोल की सफाई करने वाले रोबोट तैयार किए हैं। वाईफाई, ब्लूटूथ और कंट्रोल पैनल से लैस इस रोबोट में चार पैर और एक बाल्टी भी लगी है। अगर आकार की बात करें तो ये मकड़ी जैसा दिखता है।

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सफाईकर्मियों को नहीं देनी पड़ेंगी अब अपनी जान
रोबोट बनाने वाली स्टार्टप जेनरोबोटिक्स के विमल गोविंद का मानना है कि उनकी कंपनी की ओर से तैयार किए गए ये रोबोट सीवर और मैनहोल की सफाई में इंसानों की भूमिका को पूरी तरह से खत्म कर देंगे। इससे कई लोगों की जिंदगी भी बचेगी क्योंकि अक्सर मेनहोल और सीवर की सफाई के दौरान सफाईकर्मियों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ता है।
सीवर होल्स की सफाई के लिए केरल सरकार भी रोबोट्स की मदद लेने का मन बना रही है। इस प्रोजेक्ट को केरल वॉटर अथॉरिटी (KWA) ने अपना सहयोग दिया है। पाइस लीकेज और सेनिटेशन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए KWA ने इस नए स्टार्टअप मिशन के साथ टाईअप किया है।
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