
रेखा गुप्ता दिल्ली की 9वीं और चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गई हैं। रामलीला मैदान में रेखा गुप्ता ने छह अन्य मंत्रियों के साथ पद और गोपनियता की शपथ ली। खचाखच भरे रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिती में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। कार्यक्रम को विकसित दिल्ली शपथ ग्रहण नाम दिया गया था। दोपहर ने मुख्यमंत्री ने सचिवालय पहुंचकर पदभार ग्रहण किया।
मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र को अपनाते हुए दिल्ली को आधुनिक, बुनियादी ढांचे, उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं और रोजगार के अन्य अवसरों के माध्यम से सशक्त बनाएंगे। शाम को वह मंत्री मण्डल के सदस्यों के साथ वासुदेव घाट पर यमुना आरती में शामिल हुई। करीब 50 हजार लोग इस अवसर के साक्षी बने। समारोह के दौरान रामलीला मैदान जय जय सियाराम और जय श्री राम के नारों से गूंज उठा।
इनको मिली ये जिम्मेदारियां
प्रवेश वर्मा को लोक निर्माण विभाग, विधायी मामले, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, जल, गुरुद्वारा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है।
आशीष सूद को गृह, आशीष सूद को गृह, बिजली, शहरी विकास, शिक्षा, उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, प्रशिक्षण विभाग की जिम्मेदारी दी गई है।
मनजिंदर सिंह सिरसा को उद्योग, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, वन एवं पर्यावरण और प्लानिंग डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी मिली है।
रविंद्र सिंह इंद्राज समाज कल्याण, एससी और एसटी कल्याण, सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे।
कपिल मिश्रा कानून एवं न्याय, श्रम एवं रोजगार, डेवलपमेंट, कला एवं संस्कृति, भाषा और पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे।
पंकज कुमार सिंह स्वास्थ्य, परिवहन, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि पंकज सिंह खुद पेशे से डॉक्टर हैं।
सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली विधानसभा की पहली बैठक में सीएजी की रिपोर्ट पेश करने की घोषणा की है। साथ ही दिल्ली कैबिनेट ने अपनी पहली बैठक में आयुष्मान भारत योजना को अमल में लाने की मंजूरी भी दे दी है।
इसके साथ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 26 वर्षों के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की, जिसने आखिरी बार 1993 से 1998 तक राजधानी में सरकार चलाई थी। इस सरकार में बीजेपी ने तीन मुख्यमंत्री बदले थे। पहले मदनलाल खुराना सीएम बने. जैन हवाला कांड में नाम आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया, तो पार्टी ने प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा को सीएम बनाया. उन्होंने भी इस्तीफा दिया तो सुषमा स्वराज दिल्ली की मुख्यमंत्री बनीं।