शाह के अंबेडकर वाले बयान पर देश के विभिन्न राज्यों में हुआ विरोध प्रदर्शन, मुंबई कांग्रेस दफ्तर में भाजपा कार्यकर्ताओं ने की तोड़फोड़

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में गुरुवार को तनाव बढ़ गया। भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के सदस्यों ने दादर में कांग्रेस पार्टी के शहर कार्यालय में तोड़फोड़ की। इस घटना के कारण प्रदर्शनकारियों, कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस को भीड़ तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कुछ कार्यकर्ता घायल हुए। तोड़फोड़ के दौरान भाजपा कार्यकर्ता वंदे मातरम का नारा लगा रहे थे। उनका कहना था कि अंबेडकर का अपमान अमित शाह ने नहीं, बल्कि कांग्रेस ने किया है।

विपक्षी नेताओं में नाराजगी

मुंबई से कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने इस घटना के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने ‘एक्स’ पोस्ट किया-

भाजपा और संघ परिवार ने बाबासाहेब का नाम सुनते ही हमेशा यही किया है, हमला और बर्बरता। देखिए, भाजपा के गुंडे किस हद तक गिर गए हैं ताकि अमित शाह को बचाया जा सके और महामानव, भारत रत्न डॉ. बाबा साहेब आंबेडकर के खिलाफ उनके द्वारा दिए गए अपमानजनक बयान से ध्यान भटकाया जा सके।

भाजपा के करीब 50 कार्यकर्ता हमारे पार्टी कार्यालय में आए, कुर्सियां फेंकी, पोस्टर फाड़े और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं ने उनके हमलों का विरोध किया। हम इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

गायकवाड़ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से तोड़फोड़ में शामिल लोगों के खिलाफ सबसे कठोर धाराओं के तहत तुरंत सख्त कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा-

महाराष्ट्र जैसे प्रगतिशील राज्य में इस तरह की राजनीति मर्यादा है? शर्म की बात है।

इस मामले पर एनसीपी-एससीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा-

जब किसी को जीत मिलती है, तो उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह जहर में न बदल जाए। यह घटना लोगों के लिए आंख खोलने वाली है। इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।

एनसीपी (एससीपी) नेता जयंत पाटिल ने कहा-

दूसरों के कार्यालय में तोड़फोड़ करना गलत है। हो सकता है कि उन्होंने ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया हो।

कई आरोपियों को मेडिकल के लिए भेजा

इस मामले की जानकारी देते हुए डीसीपी जोन एक डॉ. प्रवीण मुंधे ने कहा, आज बीजेपी युवा मोर्चा के कुछ कार्यकर्ता कांग्रेस पार्टी कार्यालय आए थे। हम कुछ कार्यकर्ताओं को पुलिस स्टेशन ले आए हैं। लिखित शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हिरासत में लिए गए लोगों को मेडिकल जांच के लिए भेज दिया गया है।

क्या है पूरा विवाद

यह विवाद अमित शाह के बयान से शुरू हुआ। गृह मंत्री अमित शाह ने 17 दिसंबर को राज्यसभा में विपक्ष के नेताओं से कहा था-

मान्यवर अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर…इतना नाम अगर भगवान का लेते, तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।

विपक्ष का कहना है कि शाह ने अंबेडकर का अपमान किया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ। विपक्ष शाह से माफ़ी की मांग कर रहा था। सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया। उन्होंने गृह मंत्री पर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। खड़गे ने नियम 188 के तहत कार्यवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि शाह की टिप्पणी आपत्तिजनक और अपमानजनक है।

देश के विभिन्न राज्यों में प्रदर्शन

कर्नाटक

कर्नाटक में विरोध जताने के लिए कांग्रेस विधायक विधानसभा में अंबेडकर की तस्वीरें लेकर पहुंचे। सीएम सिद्धारमैया ने अमित शाह को पत्र लिखा। उन्होंने लिखा-

संसद में दिए गए आपके बयान से हमें कोई आश्चर्य नहीं हुआ, क्योंकि हम पहले से ही आपकी पार्टी की मानसिकता जानते हैं, लेकिन अब पूरा देश देख चुका है कि भारतीय संविधान के निर्माता के प्रति आपका सम्मान कितना कम है। उसी संसद में खड़े होकर, जो संविधान के तहत चलती है, उनकी स्मृति को आदत कहना आपके अहंकार को दर्शाता है। इस बेशर्मी के लिए बधाई, श्री शाह!”

भोपाल

मध्यप्रदेश विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया। पूरे प्रदेश में कांग्रेस और अलग-अलग संगठन विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। राजधानी भोपाल में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, कांग्रेस संगठन प्रभारी राजीव सिंह सहित तमाम कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।

इंदौर

इंदौर में कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन का घेराव कर दिया। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस दफ्तर पर काला ऑयल फेंका। इससे पार्षद राजू भदौरिया का कुर्ता काला हो गया। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोका। इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हो गई।

उत्तर प्रदेश

समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सड़प पर प्रदर्शन किया। अंबेडकर वाहिनी ने सदन में डॉ. अंबेडकर पर दिए बयान पर आक्रोश जताया। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने भेलूपुर में अंबेडकर प्रतिमा के पास जमकर नारेबाजी की और संविधान निर्माता को फूलमाला पहनाकर आरती उतारी।

बिहार

गया में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा के सामने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका गया। कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए शाह के बयान को संविधान और अंबेडकर का अपमान बताया।

दिल्ली

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंबेडकर हमारे आदर्श हैं। उनका अपमान किया गया। अंबेडकर हमारे लिए भगवान से कम नहीं हैं। दिल्ली में आप ने बुधवार को बीजेपी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस मामले पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू को पत्र लिखा। केजरीवाल ने ‘एक्स’ पर लिखा-

बीजेपी ने संसद में बाबा साहेब का अपमान किया है। लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इस पर विचार करें।

राजस्थान

जयपुर में राजस्थान यूनिवर्सिटी के बाहर कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने गृहमंत्री का पुतला फूंका और केंद्र सरकार से उनके इस्तीफे की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जवाहरलाल नेहरू मार्ग को जाम करने की भी कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और हिरासत में लिया।

इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह के बयान के विरोध में संविधान संरक्षण समिति आज दोपहर 12 बजे धरना प्रदर्शन करेगी। अपमान के विरोध में समिति के सदस्य डॉ. अंबेडकर सर्किल पर प्रदर्शन करेंगे, साथ ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे।

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