AMU जिन्ना बवाल: अलीगढ़ में 5 मई तक बंद रहेगी इंटरनेट सेवा

AMU जिन्ना बवाल: अलीगढ़ में 5 मई तक बंद रहेगी इंटरनेट सेवा
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ भवन में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर बवाल जारी है जिसके बाद शुक्रवार को जिलाधिकारी ने चार और पांच मई तक शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद करने का फरमान जारी किया है। डीएम चंद्र भूषण सिंह ने धारा 144 के तहत इंटरनेट सेवाओं को बंद करने का आदेश पारित किया है। आदेश के मुताबिक शुक्रवार दोपहर दो बजे से शनिवार मध्यरात्रि तक शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी साथ ही लूप लाइन और लीज लाइन भी ठप रहेगी। जिलाधिकारी ने एएमयू में मौजूदा तनाव को देखते हुए झूठी अफवाह और दुष्प्रचार की आशंका जताते हुए यह आदेश दिया। बता दें बुधवार को हिंदूवादी संगठनों द्वारा जिन्ना की तस्वीर को लेकर बेब सैयद गेट पर पुतला फूंका था जिसके बाद एएमयू छात्रों के साथ उनकी झड़प भी हुई थी। इसके बाद से ही एएमयू में तनाव बरकरार है। गुरुवार को एएमयू छात्रसंघ की आमसभा में तय किया गया है कि पांच दिनों तक कक्षा से लेकर अन्य शैक्षणिक गतिविधियों से छात्र दूर रहेंगे। यह भी निर्णय लिया गया कि अगर उनकी मांगें नहीं पूरी होंगी तो दूसरे यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ मिलकर देशव्यापी आंदोलन करेंगे। एएमयू छात्रों का यह भी आरोप है कि पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की सुरक्षा में नवनियुक्त एसएसपी अजय कुमार साहनी ने लापरवाही बरती है। उनका तुरंत ट्रांसफर किया जाना चाहिए। दरअसल साहनी के चार्ज लेते ही छात्रों पर लाठियां बरसाई गईं और आंसू गैस के गोले छोड़े गए. जिसके बाद छात्रों में आक्रोश है।
यूनेस्को ने रिपोर्ट में लिखा
वैश्विक संस्था यूनेस्को की एक रिपोर्ट में कश्मीर व भारत को लेकर दिए तथ्य से बवाल मच गया है। यूनेस्को ने प्रेस की स्वतंत्रता पर अपनी रिपोर्ट में देशों वाले अध्याय में ‘‘ भारत + कश्मीर '' लिखा है जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं कि क्या वैश्विक संस्था कश्मीर का पृथक अस्तित्व मानती है। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरुवार को यहां यूनेस्को कार्यालय में यूनेस्को - इंटरनैश्नल फेडरेशन ऑफ जर्नलिस्ट ( IFJ ) की रिपोर्ट जारी की गई जिसके बाद प्रश्नोत्तर सत्र में एक सवाल पूछा गया कि इसमें कश्मीर को भारत के साथ विशेष रूप से क्यों लिखा गया है , क्या वह कश्मीर का पृथक अस्तित्व मानते हैं ? IFJ के दक्षिण एशिया समन्वयक उज्ज्वल आचार्य ने हालांकि कहा , इस मुद्दे का किसी ‘‘खास राजनीतिक हित '' से कोई लेना - देना नहीं है और कश्मीर को इस रूप में इसलिए शामिल किया गया है क्योंकि उसे दक्षिण एशिया के अस्थिर क्षेत्र में रखा गया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की रिपोर्ट में 5-6 संघर्ष जोन थे , जो अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता , प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में अस्थिर थे , और इस वर्ष कश्मीर पर खास ध्यान है।उन्होंने कहा , ‘‘पिछले वर्ष हमने छत्तीसगढ़ , काबुल , श्रीलंका, पाकिस्तान और नेपाल के कुछ हिस्सों को शामिल किया था। '' उन्होंने कहा कि विरोध दर्ज कर लिया गया है और उसे संबंधित लोगों तक पहुंच दिया जाएगा।
अफगानिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक मैच में नहीं खेलेंगे विराट कोहली
राष्ट्रीय चयन समिति अगले महीने अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच के अलावा 27 जून से डबलिन में शुरू होने वाले ब्रिटिश दौरे के सीमित ओवर चरण के लिए भारतीय टीम की घोषणा आठ मई को करेगी। बीसीसीआइ के सीनियर अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'आठ मई को तीन टीमों का चयन किया जाएगा। अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट 14 से 18 जून तक खेला जाएगा, जिसके बाद ब्रिटिश दौरा डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ दो मैचों की टी-20 सीरीज से शुरू होगा। चयनकर्ता इसी दिन भारत-ए टीम की घोषणा भी करेंगे, जो जून में इंग्लैंड दौरे पर खेलेगी।' टीम पहले ही घोषित करने का फैसला इसलिए किया जा रहा है ताकि सुनिश्चित हो सके कि कौन अफगानिस्तान टेस्ट के लिए उपलब्ध हैं, क्योंकि विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और इशांत शर्मा काउंटी प्रतिबद्धताओं के कारण अफगानिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। आपको बता दें कि इंग्लैंड के वातावरण में पहले से ही अपने आप को ढाल लेने के लिये विराट इंग्लैंड दौरे से पहले ही वहां पहुंचकर काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लेगें ताकि वो अपने आप को वहां के वातावरण के मुताबिक ढाल सकें।
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