देश आज प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (prime minister kaushal yojana – pmkvy) की 15 जुलाई को 5वीं वर्षगांठ मना रहा है। pmkvy योजना की शुरुआत युवाओं में स्किल डेवलप करने के लिए की गई थी। सरकार का उद्देश्य था कि युवा सरकार से प्रशिक्षण हासिल कर हुनरमंद बनें और दूसरों को भी रोजगार देने लायक बनें। इस योजना से जुड़कर लाखों लोग अब तक अपना जीवन बदल चुके हैं।
युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए देश के सभी शहरों, प्रमुख कस्बों में (pmkvy) के तहत कौशल विकास केंद्र खोले गए हैं। कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण पाए युवाओं को सर्टिफिकेट दिया जाता है और प्लेसमेंट के भी प्रबंध किए जाते हैं। कौशल विकास केंद्रों से प्रशिक्षित लाखों युवा मुद्रा योजना के माध्यम से लोन लेकर अपना खुद का रोजगार शुरू कर चुके हैं।
PMKVY के विषय और कोर्स
pmkvy के तहत कौशल विकास केंद्रों पर युवाओं को जिस विषय का प्रशिक्षण दिया जाता है, उनके एक या इससे अधिक कोर्स (course )चलाए जा रहे हैँ। कृषि के 10, घर सज्जा के 9, सौंदर्य एवं कल्याण के 7, मोटर वाहन के 10, बीएफएसआई के 6, पूंजीगत वस्तुओं के 6, निर्माण कार्य के 7, घरेलू कार्य के 4, इंफ्रास्ट्रक्चर के 10, फूड प्रोसेसिंग के 5, फर्नीचर और फिटिंग के 2, रत्न और ज्वैलरी के 9, ग्रीन जॉब के 5, हस्तशिल्प के 8 कोर्स चलाए जा रहे हैं।
इसी प्रकार स्वास्थ्य देखभाल के 8, आयरन एंड स्टील के 9, आईटी और आईटीईएस के 6, चमड़ा के 6, जीव विज्ञान के 5, लॉजिस्टिक के 8, मीडिया एवं एंटरटेनमेंट के 8, खनिज के 9, पेंट एवं कोटिंग का 1, पाइपलाइन के 3, बिजली के 6, खुदरा व्यापार के 6, रबर के 3, सिक्योरिटी सर्विसेज के 9, स्पोर्ट्स का एक, दूरसंचार के 3, हैंडलूम के 10 और टूरिज्म के 9 कोर्स (course) चलाए जा रहे हैं।
ऐसे पता करें केंद्रों के बारे में
सबसे पहले कौशल विकास योजना (pmkvy) की आधिकारिक वेबसाइड पर जाएं। आपको वहां पर कोर्स (course) का ऑप्शन नजर आएगा। इसको क्लिक करें। क्लिक करते ही नया पेज खुल जाएगा। आपको अपने कोर्स का चयन करना होगा। इसको सबमिट का बटन दबा दें। आपके सामने पूदे देश के केंद्रों की लिस्ट ओपन हो जाएगी। आपको केंद्र का नंबर और ईमेल एड्रेस उस पर मिल जाएगा। आप अपने निकट के केंद्र पर जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
प्रदान किया जाता है सर्टिफिकेट
pmkvy के तहत कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम को पूरा करने के बाद आपको सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है। आपको रिवार्ड पाने का अवसर भी मिलता है। जिस केंद्र पर आप प्रशिक्षण (training) प्राप्त करेंगे, वह आपसे जुड़ी जानकारियां प्रशिक्षण की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर देगी। एसडीएमएस की वेबसाइट पर मिली रेटिंग के आधार पर अभ्यर्थी के लिए रिवार्ड प्वाइंट भी बनेंगे। इससे यह पता चल सकेगा कि आपने प्रशिक्षण से क्या-क्या सीखा और कितने हुनरमंद बने। इसी आधार पर सरकारी एजेंसी रिवार्ड के बदले आपके लिए प्रोत्साहन राशि देगी। प्रोत्साहन राशि 8000 रुपये तक होगी।
प्रशिक्षण (training) प्राप्त करने वाले युवाओं को 8000 रुपये का रिवार्ड दिया जाता है। स्तर एक व दो के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को 7500 रुपये दिए जाते हैं। जबकि स्तर 3 व 4 के अंतर्गत प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को 10000 रुपये प्रदान किए जाते हैं। जो युवा स्तर 5 व 6 के कोर्स को पूरा करते हैं, वे 12,500 रुपये पाने के हकदार बन जाते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
आवेदक को चुने गए तकनीकी क्षेत्र का प्रारंभिक ज्ञान होना आवश्यक है। प्रशिक्षण (training) के दौरान उसको तकनीक की बारीकियां सिखाई जाएंगी। आवेदक कौशल विकास केंद्र पर एक अन्य कोर्स (course) का भी चयन कर सकता है जिसके लिए वह प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। यह अभ्यर्थी को तय करना होगा कि उसके लिए दूसरा कौन सा कोर्स फायदेमंद होगा। यह बात अच्छी तरह याद रखें। आपको रिवार्ड एक ही बार में दिया जाएगा। अगर कोई किस्त का झांसा दे तो बातों में न आइएगा। रिवार्ड सरकार देती है नाकि प्रशिक्षण देने वाला केंद्र।
3 से 6 महीने के हैं कोर्स
pmkvy के कौशल विकास केंद्र के अंतर्गत जो भी कोर्स चलाए जाते हैं, वह लांग टर्म के नहीं होते। हर कोर्स के लिए अलग-अलग अवधि निर्धारित है। अधिकांश कोर्स तीन से लेकर छह महीने तक के हैं। इस अवधि में युवा अपनी फील्ड की बारीकियां सीख लेते हैं। कुछ ही कोर्स एक साल के हैं। एक साल से अधिक की अवधि का कोई कोर्स शामिल नहीं किया गया है।
कौशल विकास केंद्र में प्रशिक्षण (training) प्राप्त करने वाले युवा अपना खुद का काम तो शुरू कर सकते हैं ही, उनको रोजगार दिलाने का प्रयास सरकार की ओर से भी किया जाता है। सरकार जिला स्तर पर रोगजार दफ्तरों के माध्यम से प्लसमेंट मेला का आयोजन भी कराती हैं। इसमें कंपनियां आती हैं और प्रशिक्षित युवाओं में से कुछ का चयन करती हैं।
प्रशिक्षित युवाओं की है मांग
prime minister kaushal yojana के कौशल विकास केंद्रों से प्राप्त होने वाले सर्टिफिकेट को कंपनियां बहुत वैल्यू देती हैं। जिन कंपनियों को अल्प प्रशिक्षित युवाओं की जरूरत होती है, वे कौशल विकास केंद्र से जारी होने वाले सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले युवाओं को तरजीह देती हैं। ऐसे युवाओं की डिमांड इंडस्ट्रियल एरिया में हमेशा बनी रहती है। इन सर्टिफिकेट के जरिए आप सरकारी व अर्द्ध सरकारी क्षेत्रों में निकलने वाली नौकरियों के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। कई बार नौकरियों में सर्टिफकेट को अनिवार्य कर दिया जाता है। यानि आवेदन वही युवा कर सकते हैं, जिनके पास दक्षता प्रमाण पत्र होगा।