प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेई की सौवी जयंती पर मध्य प्रदेश के खजुराहो में देश की पहली महत्वाकांक्षी और बहुद्देशीय केन-बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का शिलान्यास करेंगे। प्रधानमंत्री दोपहर 12.10 पर खजुराहो पहुचेंगे। इस दौरान मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआरपाटिल भी उपस्थित रहेंगे।
केन बेतवा राष्ट्रीय नदी जोड़ो परियोजना का पीएम आज करेंगे लोकार्पण। 49 हजार करोड़ की लागत वाली ये देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना है। इस परियोजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सिंचाई की सुविधा मिलेगी जिससे लाखों किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। परियोजना से इलाके के लोगों को पीने के पानी की सुविधा भी मिलेगी। इस परियोजना से जल विधयुत और हरित ऊर्जा में 100 मेगावाट से अधिक बिजली का उत्पादन होगा। इससे रोजगार पैदा होंगे साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।
मध्य प्रदेश के इन जिलों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 जिलों छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, शिवपुरी, दतिया, रायसेन, विदिशा और सागर में 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई की सुविधा मिलेगी और 44 लाख किसान परिवार लाभान्वित होंगे। फसलों के उत्पादन एवं किसानों की आय में वृद्धि से ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी और जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से हरित ऊर्जा में 103 मेगावॉट योगदान के साथ रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। बेहतर जल प्रबंधन एवं औद्योगिक इकाइयों को पर्याप्त जल आपूर्ति से औद्योगिक विकास होगा और रोजगार को बढ़ावा भी मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में इन जिलों को मिलेगा लाभ
इस परियोजना से उत्तर प्रदेश में 59 हजार हेक्टेयर वार्षिक सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी एवं 1.92 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में मौजूदा सिंचाई का स्थिरीकरण किया जायेगा, जिससे उत्तर प्रदेश के महोबा, झांसी, ललितपुर एवं बांदा जिलों में सिंचाई सुविधा प्राप्त होगी। परियोजना से मध्यप्रदेश की 44 लाख और उत्तर प्रदेश की 21 लाख आबादी को पेयजल की सुविधा उपलब्ध होगी।
कब हुई शुरुआत
अटल बिहारी जब देश के प्रधानमंत्री थे तब देश की 36 नदियों को आपस में जोड़ने का फैसला किया गया था। उनमें से एक प्रोजेक्ट केन-बेतवा नदी केन-बेतवा नदी को लेकर भी था। हालांकि, कई सालों से ये काम अटका था। परियोजना के तहत केन और बेतवा दोनों नदियों को जोड़ने के लिए एक नहर बनाई जाएगी और दौधन बांध का निर्माण कर केन नदी का पानी बेतवा तक पहुंचाया जाएगा।