प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 शिखर सम्मलेन खत्म होने के बाद इटली से भारत के लिए रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और पोप फ्रांसिस सहित कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस दौरे को उपयोगी बताया और गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए इटली की जनता और सरकार का आभार जताया।
टेक्नोलॉजी और AI पर दिया जोर
इटली के अपुलिया में जी7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सेशन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने टेक्नोलॉजी में एकाधिकार को समाप्त करने का आह्वान किया और कहा कि समावेशी समाज की नींव रखने के लिए इसे रचनात्मक बनाया जाना चाहिए।पीएम मोदी ने टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की चर्चा करते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फॉर ऑल का मंत्र दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर राष्ट्रीय रणनीति तैयार करने वाले पहले कुछ देशों में से एक है।
वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात
शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, पोप फ्रांसिस और जापानी प्रधानमंत्री फूमियो किशिदा सहित अन्य लोगों से मुलाकात की।
तीसरे कार्यकाल की पहली द्विपक्षीय वार्ता
तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद पीएम मोदी की किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष से हुई तो वे थे फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति मैक्रों के साथ अपने तीसरे कार्यकाल की पहली आधिकारिक द्विपक्षीय बैठक की। भारत के अलावा, इटली ने अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और हिंद-प्रशांत क्षेत्र के 11 विकासशील देशों के नेताओं को जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।