अनुच्छेद 370 हटने के विरोध में कुर्ता और संविधान फाड़ बैठे पीडीपी सांसद

राज्यसभा में अमित शाह को अनुच्छेद 370 हटाने का संकल्प पेश करते हुए विपक्ष के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इस अनुच्छेद को खत्म करने के विरोध में पीडीपी सांसदों ने खुद का कुर्ता फाड़ लिया। इतना ही नहीं आरोप लग रहा है कि सांसदों ने संविधान की प्रति को भी फाड़ा था। हालांकि सांसदों ने संविधान को फाड़ने की बात को नकार दिया है। पीडीपी सांसदों के इस कृत्य पर सभापति ने उन्हें राज्यसभा के बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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फाड़ा कुर्ता, बांह पर बांधी काली पट्टी
जब गृहमंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने का संकल्प पेश कर रहे थे, तो पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के दो सांसदों ने इसका पूरा विरोध किया। बताया जा रहा है कि कश्मीर के सांसद नाजिर अहमद लावे और मीर फयाज ने संविधान की प्रति को फाड़ने की कोशिश की। इसके बाद एक वेंकैया नायडू ने दोनों सांसदों को बाहर निकालने के लिए मार्शल को बुला लिया। इसके बाद दोनों सांसदों ने अपनी बांह पर काली पट्टी बांध ली और बाहर आकर अपने कुर्ते फाड़ लिए। हालांकि दोनों ने संविधान की प्रति फाड़ने के आरोप को बेबुनियाद बताया।
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कई वजहों से होता रहा है विरोध
अनुच्छेद 370 को लेकर देश के अंदर ही काफी विवाद है। इसकी वजह से जम्मू कश्मीर को कुछ विशेष अधिकार प्राप्त हैं। इसी की वजह से जम्मू-कश्मीर अपना अलग झंडा मानता है और यहां के लोगों के पास दोहरी नागरिकता होती है। यहां देश के राष्ट्रीय ध्वज या राष्ट्रीय प्रतीकों का अपमान विरोध की श्रेणी में नहीं आता, जिसके चलते यहां सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की कोई मान्यता नहीं होती है। यहां की महिला अगर किसी पाकिस्तान के व्यक्ति के साथ शादी करती है तो उसके पति को भी जम्मू-कश्मीर की नागरिकता मिल जाती है। इन कुछ प्रमुख वजहों के चलते देश में इस अनुच्छेद का विरोध होता रहा है।
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