अमेरिका में तबाही मचाने वाले कोरोना की इस प्रांत में नहीं हुई एंट्री, जानें क्या उठाए कदम
दुनियाभर के 200 से अधिक देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है। अबतक इस बीमारी की चपेट में दुनियाभर के 39 लाख 16 हजार 338 लोग संक्रमित हैं। इस बीमारी की वजह से विश्व में दो लाख 70 हजार 711 की लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीमारी की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका (America) हुआ है। यहां पर अब तक 76 हजार 928 लोगों की जान जा चुकी है। इसके अलावा इटली में भी मौतों का आंकड़ा 30 हजार के करीब पहुंच गया है।
यह भी खबर भी पढ़ें: अब लॉकडाउन में भी ई-कॉमर्स कंपनियां करेंगी इन सामानों की होम डिलीवरी
इस बीमारी की वजह से अमेरिका (America) में अबतक कुल 12 लाख 92 हजार 623 से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं। अमेरिका (America) के लगभग सभी प्रांतों में इस बीमारी से संक्रमित (Coronavirus) लोग मिले हैं। अमेरिका (America) के राष्ट्रपति तक भी इसकी दस्तक हो गई है, उनके सैन्य सहयोगी को भी कोरोना (Coronavirus) पॉजिटिव मिला है। अब अमेरिकी (America) राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी गुरुवार को कहा कि अब हर दिन उनका भी कोरोना (Coronavirus) जांच किया जाए। हालांकि कहा जा रहा है कि संक्रमित अफसर उनके संपर्क में बहुत कम था।
हालांकि, इस समय यह भले ही कोरोना वायरस (Coronavirus) पूरे अमेरिका (America) को अपने प्रभाव में लिए हुए हैं। बुरी तरह से प्रभावित अमेरिका में एक प्रांत मिसाल बनकर उभरा है। यहां पर प्रशांत महासागर के समोआ (Samoa) द्वीप में महामारी से अभी तक एक भी व्यक्ति (Coronavirus) संक्रमण से संक्रमित नहीं हुआ है। इस प्रांत में अब तक संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। समोआ (Samoa) द्वीप अमेरिका (America) में पर्यटन के लिए काफी विख्यात है। पहाड़ियों और समुद्र के किनारे बसे इस प्रांत की खूबसूरती देखते ही बनी है। यहां की हसीन वादियां ही दुनियाभर के पर्यटकों को अपनी तरफ आर्कषित कर लाती है।
यह खबर भी पढ़ें: लॉकडाउन: दूसरे प्रदेशों में फंसे लोगों को निकालने की तैयारियां शुरू
55 हजार की आबादी वाला है प्रांत
समोआ (Samoa) द्वीप अमेरिका (America) से बिल्कुल अलग है। यह प्रांत करीब 199 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में ही फैला हुआ है। इस प्रांत में कुल 55 हजार की आबादी रहती है। इस समय जब अमेरिका (America) बुरी तरह से प्रभावित है, तो वहीं, इस (Samoa) द्वीप ने कोरोना (Coronavirus) से लड़ने के लिए दो महीने पहले ही कदम उठाए थे। उसने इससे लड़ने और सावधानियों को बरतना दो महीने पहले ही शुरू कर दिया था। इस (Samoa) द्वीप ने सबसे पहले दूसरे देशों से आने वालों पर पाबंदी लगाई। यही नहीं, यहां पर कोरोना वायरस (Coronavirus) को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य तरीकों को भी अपनाया गया था। हालांकि अमेरिका (America) के अन्य प्रांत भी इस बीमारी को रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं, लेकिन वहां पर संक्रमण नहीं रूका है।
समोआ (Samoa) में कुछ संदिग्ध मामले आए
यहां पर भी कोरोना वायरस (Coronavirus) के कुछ लोगों में लक्षण दिखे थे। उन्हें संदिग्ध मानते हुए तत्काल में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। समोआ (Samoa) विधायिका की सदस्य लैरी सैनिटोआ ने यहां की तैयारियों के बारे में बताया कि मार्च महीने में द्वीप में कुछ (Coronavirus) संदिग्ध मामले सामने आए थे। उन्होंने बताया कि यहां पर एक ही अस्पताल होने और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण समाओ (Samoa) द्वीप के लोग अन्य प्रांतों के हालात को देखकर डरे हुए थे। उन्होंने बताया कि कोविड-19 (Coronavirus) की प्रयोगशाला न होने के कारण सैंपल हजारों किलोमीटर दूर हवाई द्वीप में भेजे गए थे। बता दे हवाई द्वीप और समाओ (Samoa) द्वीप के बीच की दूरी 22 मील ही है। जब इन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई, तो हम लोगों ने राहत की सांस ली। उन्होंने बताया कि संदिग्धों की रिपोर्ट आने में कई सप्ताह बीत गए।
यह खबर भी पढ़ें: दुनिया के इन देशों में कोविड-19 से अब तक नहीं हुई एक भी मौत
धार्मिक कार्यक्रम भी किए गए बंद
अमेरिका (America) में जैसे ही कोरोना वायरस (Coronavirus) की इंट्री हुई, तो यहां पर सावधानी के तौर पर सभी धार्मिक कार्यक्रम बंद कर दिए गए। यहां पर रोमन कैथोलिक चर्च को भी बंद कर दिया गया। रोमन कैथोलिक चर्च के प्रमुख पीटर ब्राउन के बताया कि जब से अमेरिका (America) में कोरोना (Coronavirus) फैलना शुरू हुआ था, तब से समोआ (Samoa) में चर्च बंद कर दिए गए थे। कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं आयोजित किए गए। पार्टियां भी होना बंद हो गई थी। यहां पर सिर्फ कुछ समय के लिए ही सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मी ऑफिस जाते थे। इस समय देश के दूसरे राज्यों में मौतों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे में वहां ज्यादा मदद की आवश्कता है।
यह खबर भी पढ़ें- दूसरे शहरों में फंसे प्रवासी मजदूरों और कामगारों के लिए चलेंगी 'श्रमिक स्पेशल ट्रेनें'
समोआ (Samoa) को अमेरिकी नागरिकता नहीं
इस समय समोआ (Samoa) द्वीप अमेरिका (America) का एक हिस्सा जरूर है, लेकिन यहां के लोगों को अमेरिकी (America) नागरिकता नहीं मिली हुई है। यहां के लोगों को सेना में भर्ती नहीं होती है। इसके अलावा यहां की करीब 55 हजार आबादी को राष्ट्रपति के चुनाव में वोट डालने का हक भी नहीं मिला हुआ है। इस प्रांत के लोगों को सिर्फ पूरे अमेरिका (America) में कहीं पर भी रह सकते है। यहां के लोगों के लिए सरकारी नौकरियों में भी सीमित अवसर ही है।
ये लिए कड़े फैसले
विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई।
खाद्य सामग्री, दवाओं के लिए हफ्ते में एक बार कार्गो फ्लाइट उतरने की ही सिर्फ मंजूरी दी गई।
यहां पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन किया गया।
इस प्रांत ने भी 2019 में खसरे के खतरे से भी इसी तरह से निपटने की तैयारी बनाई गई थी।
मार्च में ही सभी स्कूल, चर्च बंद किए गए, सिनेमा और बिंगो हॉल पूरी तरह से बंद चल रहे हैं।
यहां की जेलों में बंद कैदियों से मुलाकातियों पर भी पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है।
यह खबर भी पढ़ें: कोरोना से लड़ने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर रहीं विश्व की ये नामी कंपनियां
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...