बड़े एलान के साथ लॉकडाउन-2 से आज मोदी उठा सकते हैं पर्दा
Posted By: Ashutosh Ojha
Last updated on : April 15, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत में 21 दिन के लॉकडाउन के आदेश की अवधि अब समाप्त होने को है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुये सरकार अभी क्या फैसला लेने वाली है इसके कयास लोगों ने लगाने भी शुरू कर दिये हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही ट्वीट करके इसकी जानकारी भी दी जिसमें उन्होनें मोदी के निर्णय का स्वागत किया और कहा हम प्रधानमंत्री के फैसले के साथ हैं।
14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन पार्ट-2 कैसा होगा, केंद्र की मोदी सरकार इस पर से आज पर्दा उठा सकती है। ऐसा अनुमान है कि कुछ रियायतों के साथ खुद प्रधानमंत्री मोदी इसका ऐलान करें। रविवार को मध्य प्रदेश ने लॉकडाउन बढ़ाने का पक्ष लिया इसके साथ ही यूपी ने कहा कि यह केंद्र तय करेगा कि यूपी में अभी क्या होगा। ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, बंगाल और महाराष्ट्र पहले ही इस बंदिश को बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। इसके साथ ही गुजरात के अहमदाबाद में मास्क पहनना जरूरी बना दिया गया है। न पहनने पर जेल और जुर्माना लगेगा।
प्रशासनिक गलियारों में भी यही बतकही है कि पीएम के ऐलान में खेती, इलाज, पढ़ाई, मछली पालन, कपड़ा समेत कुछ क्षेत्रों को छूट मिल सकती है। शर्त यही है कि लोग सामाजिक दूरी और साफ-सफाई का कड़ाई से पालन करें। आपको बता दें कि मोदी ने आज ट्वीट कर बैसाखी पर सबको शुभकामनायें भी दी। उन्होनें लिखा 'बैसाखी के पावन अवसर पर देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। नई उमंगों से जुड़ा यह त्योहार सभी के जीवन में नई ऊर्जा और नए उत्साह का संचार करे।'
लॉकडाउन-2 और उससे उपजे हालात पर सरकार की नीति तय करने के लिए प्रधानमंत्री एक और मंत्रिसमूह बना सकते हैं। अभी नौ मंत्रियों का एक समूह पहले से है, जिसकी अगुआई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं। सरकार मानकर चल रही है कि 30 अप्रैल तक बढ़ने वाले लॉकडाउन में सबसे कठिन चुनौती आने वाली हैं। केंद्रीय मंत्रियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को सलाह दी है कि जिन इलाकों में कोरोना का असर नहीं है, वहां सड़क प्रॉजेक्ट और कारखानों में काम शुरू करने की अनुमति दी जाए। इससे देश की इकॉनमी में रफ्तार आएगी। इन्फ्रास्ट्रक्चर भी डिवेलप होगा, जिससे रोजगार पैदा होंगे। प्रस्ताव में मजदूरों की वापसी की राह तलाशने को भी कहा गया है।
वहीं दूसरी तरफ विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने चेताया है कि भारत में अपने घरों की ओर लौट रहे मजदूर कोरोना के खतरे को बढ़ा सकते हैं। ये लोग अपने साथ वायरस का संक्रमण उन जगहों पर भी ले जा सकते हैं जो अभी तक इससे अप्रभावित हैं। अगर पाबंदियां जल्द हटाई गईं तो घातक नतीजे हो सकते हैं। यहां झुग्गियों में रहने वालों और प्रवासी मजदूरों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है।
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