
महाराष्ट्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री और बीजेपी नेता जयकुमार गोरे पर एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि मंत्री ने महिला को नग्न तस्वीरें भेजीं, जिसके बाद मामला तूल पकड़ चुका है। जयकुमार गोरे को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का करीबी नेता माना जाता है, और अब इन आरोपों के बाद महायुति सरकार में दागी नेताओं की सूची में एक और नाम जुड़ गया है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने प्रतिक्रिया देने से किया इनकार
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से जब इस मामले पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और वह पहले जांच कर जानकारी देंगे। हालांकि, इस मामले को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार पर निशाना साधा है।
संजय राउत ने की कैबिनेट में फेरबदल की मांग
शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के सांसद संजय राउत ने कहा कि जयकुमार गोरे द्वारा हंबीरराव मोहिते के परिवार की एक महिला को प्रताड़ित किया गया है। राउत ने यह भी दावा किया कि यह महिला अगले कुछ दिनों में विधान भवन के सामने अनशन पर बैठने वाली है।
राउत ने सीएम देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा,
“पहले से ही संजय राठौड़ आपके मंत्रिमंडल में हैं और अब एक और नया विवादित किरदार बन गया है। फडणवीस को पूरे मंत्रिमंडल में फेरबदल करना चाहिए और सभी दागी मंत्रियों को बाहर कर देना चाहिए।”
विपक्ष का हमला – “यह महाराष्ट्र पर कलंक”
राउत ने आगे कहा कि जयकुमार गोरे के खिलाफ जो जानकारी सामने आई है, वह चौंकाने वाली है। यह मामला गंभीर है और महाराष्ट्र की छवि को धूमिल करता है।
उन्होंने कहा,
“अगर हंबीरराव मोहिते के परिवार की महिला के साथ छेड़छाड़ हुई है और दोषी व्यक्ति मंत्री पद पर बना हुआ है, तो यह महाराष्ट्र को कलंकित करने जैसा है।”
महिला ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत, न्यायालय की शरण में गए गोरे
सूत्रों के अनुसार, पीड़ित महिला ने सतारा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में पुलिस ने गोरे के खिलाफ केस भी दर्ज कर लिया है। हालांकि, गिरफ्तारी से बचने के लिए जयकुमार गोरे ने सतारा जिला न्यायालय और बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
महिला का ऐलान – “अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो करूंगी आमरण अनशन”
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि सरकार इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। इसी वजह से महिला ने 17 मार्च से विधान भवन के सामने आमरण अनशन करने की चेतावनी दी है।
बीजेपी के लिए बढ़ी मुश्किलें
इस मामले ने महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। इससे पहले भी महाराष्ट्र के कई मंत्रियों पर विवादों के बादल मंडरा चुके हैं, और अब जयकुमार गोरे पर लगे आरोपों ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का एक और मौका दे दिया है।
अब यह देखना होगा कि क्या बीजेपी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस मामले पर कोई कड़ी कार्रवाई करते हैं या फिर इसे नज़रअंदाज़ किया जाता है।