बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह की टिप्पणी पर विवाद बढ़ गया है। विपक्ष ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है। तृणमूल कांग्रेस ने शाह के खिलाफ राज्यसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। मेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि शाह ने दलित शख्सियत का अपमान किया है। उधर कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने कहा कि अगर संविधान ग्रंथ है तो अंबेडकर भगवान हैं।
इन बयानों के बाद बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस को जवाब दिया। मोदी ने एक्स पर 6 पोस्ट किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा-
“कांग्रेस अब अंबेडकर पर नाटक कर रही है। पंडित नेहरू ने चुनाव में अंबेडकर के खिलाफ प्रचार किया था। उन्हें भारत रत्न देने से कांग्रेस ने इनकार किया। एससी-एसटी पर सबसे ज्यादा नरसंहार कांग्रेस के शासन काल में हुए हैं।”
संसद के शीतकालीन सत्र का बुधवार को 18वां दिन रहा। लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में अंबेडकर के अपमान को लेकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने सदन में जय भीम और माफी मांगो के नारे लगाए। इस पर राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि विपक्ष के नेता अमित शाह के बयान की सिर्फ 10-12 सेकेंड की वीडियो क्लिप दिखाकर देश को गुमराह कर रहे और विवाद खड़ा कर रहे हैं। इस पर राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि मैंने भी वीडियो दो बार देखा, उसमें कुछ भी गलत नहीं था। बाबा साहेब के आदर्शों से इतर उसमें कोई अन्य बात नहीं थी। इसके बाद दोनों सदन पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिए गए।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान कहा था-
“अभी एक फैशन हो गया है। अंबेडकर, अंबेडकर…इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।”
शाह के बचाव में उतरे पीएम मोदी
मोदी ने कहा, “अगर कांग्रेस और उसके सड़े हुए इकोसिस्टम को लगता है कि वे झूठ बोलकर अपने कुकर्मों को छिपा सकते हैं तो वे गलतफहमी में हैं। भारत के लोगों ने बार-बार देखा है कि कैसे एक वंश के नेतृत्व वाली एक पार्टी ने डॉ. अंबेडकर की विरासत को मिटाने और एससी/एसटी समुदायों को अपमानित करने के लिए गंदी चाल चली।शाह ने अंबेडकर का अपमान करने और एससी/एसटी समुदायों की अनदेखी करने के कांग्रेस के काले इतिहास को उजागर किया। यही कारण है कि कांग्रेस अब नाटक कर रही है, लेकिन लोग सच्चाई जानते हैं। कांग्रेस चाहे जितनी कोशिश कर ले, लेकिन वह इस बात से इनकार नहीं कर सकती कि एससी/एसटी समुदायों के खिलाफ सबसे भयानक नरसंहार उसके शासन में हुए हैं।”
पीएम ने कांग्रेस के अंबेडकर विरोधी कामों की दी लिस्ट
1.अंबेडकर को कांग्रेस ने दो बार चुनावों में हरवाया।
2. नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया और उनकी हार को प्रतिष्ठा का मुद्दा बनाया।
3. कांग्रेस ने अंबेडकर को भारत रत्न देने से इनकार किया।
4. संसद के सेंट्रल हॉल में उनके चित्र को सम्मान का स्थान नहीं दिया।
मोदी के ट्वीट पर मल्लिकार्जुन की प्रतिक्रिया
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “कांग्रेस, नेहरू और गांधी फैमिली को नीचा दिखाने के लिए उन्होंने यह बातें कल की हैं। जो व्यक्ति ऐसी बातें बोल रहा है और सारे देश में टीवी पर लाइव चल रही हैं। उनको प्रधानमंत्री टोक नहीं रहे हैं। जिस विचारधारा को अंबेडकर नहीं मानते, स्वर्ग और नर्क की बात उन्होंने कभी कही नहीं। वैसी बातें लेकर गृहमंत्री बात कर रहे हैं। मोदी साहब उनको डिफेंड करने के लिए 6 ट्वीट किए हैं। क्या जरूरत थी ऐसा करने की! यदि कोई बाबा साहेब के बारे में गलत बोलता है तो उसे कैबिनेट से निकाल देना चाहिए था। लेकिन दोनों बड़े गहरे दोस्त हैं, एक-दूसरे के पाप को सपोर्ट करते हैं। इन्होंने पाप किया, गलत बोला तो मोदीजी सपोर्ट करते हैं, मोदीजी करते हैं तो वो सपोर्ट करते हैं। उनकी वही मानसिकता है इसीलिए अंबेडकर के बारे में ऐसी बात बोली। अगर उनके बारे में अभिमान होता तो ऐसी बात शाह बोलते नहीं। अमित शाह को माफीनामा देना चाहिए। मोदीजी को अगर जरा भी अंबेडकर के बारे में श्रद्धा है तो रात 12 बजे से पहले शाह को बर्खास्त कर देना चाहिए, नहीं तो देशभर में प्रदर्शन होगा।”
शाह के विरोध में कांग्रेस के बयान
जयराम नरेश ने कहा-
“शाह को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। नफरत इतनी है कि उन्हें अंबेडकर के नाम से भी चिढ़ होती है। ये वही लोग हैं जिनके पूर्वज बाबा साहब के पुतले जलाते थे। डॉ. अंबेडकर भगवान के बराबर हैं और उनके द्वारा बनाया गया संविधान दुनियाभर के करोड़ों लोगों के लिए पवित्र ग्रंथ है।”
केसी वेणुगोपाल ने कहा-
“डॉ. अंबेडकर के प्रति भाजपा की घृणा हमेशा ही जगजाहिर थी। गृहमंत्री के बयानों से यह और भी पुख्ता हो गया है कि वे डॉ. अंबेडकर से कितनी नफरत करते हैं। मनुस्मृति के उपासकों के मन में अंबेडकर के प्रति हमेशा घृणा रहेगी, जिन्होंने जातिवादी RSS को खारिज कर दिया था।”
गौरव गोगोई ने कहा-
“मुझे लगता है कि केंद्रीय गृहमंत्री ने अंबेडकर के बारे में बहुत अपमानजनक तरीके से बात की है। यह दर्शाता है कि शाह डॉ. अंबेडकर का सम्मान नहीं करते हैं।”
इमरान मसूद ने कहा-
“कल अमित शाह ने आपत्तिजनक बयान दिया। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि किसी की भक्ति को ठेस न पहुंचाएं। अंबेडकर ने देश के दबे-कुचले और वंचित वर्गको अधिकार दिलाए। उन्होंने संविधान के रूप में हमें सुरक्षा कवच दिया।”
भाजपा बोली- कांग्रेस के पेट में दर्द क्यों
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “कांग्रेस ने कभी डॉ. भीमराव अंबेडकर जी का सम्मान नहीं किया, उन्हें हमेशा नीचा दिखाने की कोशिश की। कल सदन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अंबेडकर और दलित समाज के प्रति जब अपनी बात रखी तो कांग्रेस के पेट में दर्द होना शुरू हो गया। कांग्रेस की सच्चाई अब देश जान रहा है तो कांग्रेस भयभीत हो रही है। चिंतित है कि उनकी बची-खुची जमीन भी छिनने जा रही है। कांग्रेस जवाब दे, राहुल जी, सोनिया जी और खड़गे जी जवाब दें, उन्होंने कब बाबा साहब और उनकी भावनाओं का सम्मान किया?”