सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर सरकार-विपक्ष में आर-पार

सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति को लेकर सरकार-विपक्ष में आर-पार
जस्टिस केएम जोसेफ की नियुक्ति को मंजूरी ना मिलने पर बवाल बढ़ता जा रहा है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चिट्ठी लिख साफ कहा है कि जस्टिस जोसेफ की नियुक्ति सही नहीं है। इसके अलावा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में भी अब इस मुद्दे को लेकर आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पहले से ही न्यायपालिका में दखल देने का काम करती रही है। कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उत्तराखंड हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश केएम जोसेफ के नाम को मंजूरी नहीं दिए जाने पर भी मोदी सरकार पर हमला बोला। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि हम लगातार कह रहे हैं कि न्यायपालिका खतरे में है। कानून कहता है कि सुप्रीम कोर्ट का कोलेजियम कहता है वही होगा, जबकि सरकार चाहती है कि अगर उनके मन मुताबिक नहीं हुआ तो कोलेजियम की सिफारिशों को नजरअंदाज करेगी और उसे मंजूरी नहीं देगी। कपिल सिब्बल ने कहा कि बीजेपी कहती है कि देश बदल रहा है, लेकिन हम कहते हैं कि देश बदल चुका है। आज सरकार न्यायपालिका के साथ जो बर्ताव कर रही है, वह पूरा देश जानता है। केंद्र सरकार में सूत्रों की मानें तो सरकार की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया है कि जब किसी का नाम वापस कर दिया गया है तो उसकी नियुक्ति कैसे हो सकती है। इससे पहले भी कई बार ऐसा हुआ है कि जब कुछ नामों को क्लियर कर दिया गया है, वहीं कुछ ही को रोका गया है।
सहिष्णु देशों की लिस्ट में भारत चौथे स्थान पर
साल 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद पिछले कुछ समय में भारत में सहिष्णुता बनाम असहिष्णुता का का दौर बहुत तेजी चल पड़ा है। लेकिन विश्व पटल पर सहिष्णुता के पैमाने पर भारत की स्थिति क्या है। इसे लेकर एक नया सर्वे सामने आया है। इसके मुताबिक भारत सहिष्णु देशों की लिस्ट में चौथे स्थान पर है। पहले स्थान पर कनाडा, दूसरे और तीसरे स्थान पर चीन मलेशिया हैं। यह सर्वे 2018 की शुरूआत में Ipsos MORI ने किया था। सर्वे में 27 देशों के करीब 20 हजार लोगों का इंटरव्यू किया गया। इसमें उन तथ्यों को सामने लाने की कोशिश की गई जोकि नागरिकों के मुताबिक मतांतर या समाज को बांटते हैं। सर्वे के अनुसार 63 फीसदी भारतीय अलग-अलग समुदाय, संस्कृति या दृष्टिकोण वाले लोगों के मत पर भारत को सहिष्णु देश मानते हैं। सर्वे के मुताबिक हंगरी के लोग अपने देश को सबसे कम सहिष्णु मानते हैं, इसके बाद दक्षिण कोरिया और ब्राजील का स्थाना है। सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 49 फीसदी लोगों को लगता है कि राजनीतिक विचारों में मतभेद तनाव का कारण बनते हैं वहीं 48 फीसदी लोग इसके लिए धर्म और 37 फीसदी लोग सामाजिक-आर्थिक गैप को वजह मानते हैं। सर्वे में सामने आया है कि 53 फीसदी भारतीय दूसरे समुदाय, संस्कृति या दृष्टिकोण वाले लोगों से मेलजोल बढ़ने पर आपसी समझ और सम्मान की भावना पैदा होती है।
चेन्नई सुपरकिंग्स से हार के बाद कोहली पर लगा 12 लाख रुपये का जुर्माना
चेन्नई सुपर किंग्स ने बुधवार को बेहद रोमांचक मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को पांच विकेट से हरा दिया। वहीं इस हार के बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली के लिए एक और बड़ी निराशजनक खबर आई है। आपको बता दें कि चेन्नई की जीत के हीरो रहे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी जिन्होंने 34 गेंदों में नाबाद 70 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली और हार के जबड़े से जीत छीनकर CSK को दिला दी। वहीं रायल चैलेंजर्स बेंगलुरू के कप्तान विराट कोहली पर चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ कल रात हुए मैच में धीमी ओवर गति के लिए 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। आरसीबी ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 205 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया था। सुपरकिंग्स ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की 34 गेंद में 70 रन की तूफानी पारी की बदौलत दो गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। आईपीएल ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘आईपीएल की आचार संहिता के संदर्भ में न्यूनतम ओवर गति का मौजूदा सत्र का उनकी टीम का यह पहला अपराध है इसलिए कोहली पर 12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है।’’
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