कालका-शिमला ट्रैक पर आसमान को निहारते हुए कर सकेंगे सफर
चलती ट्रेन से रात में तारों को निहारना और दिन में बर्फ से ढकी ऊंची चोटियों को, ये नजारा वाकई यादों में बस जाने वाला होगा। अगर आप कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर सफर करेंगे तो आप भी इस खूबसूरत सफर के साथी बन सकते हैं।
यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में शामिल कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर सफर करने वाले लोग व देश-विदेश के पर्यटकों को अगले सप्ताह तक विस्टा डोम कोच 'निहार' की सुविधा मिलने वाली है। इस कोच में बैठकर पर्यटक कालका से शिमला तक आने वाली वादियों को चारों ओर से निहार सकेंगे।
यह स्पेशल कोच कालका-शिमला रेलवे सेक्शन पर चलने वाला अपनी तरह का पहला सवारी कोच है। अगले सप्ताह तक इस कोच को रेगुलर चलाने की योजना है। कालका-शिमला रेलवे लाइन पर चलने वाली गाड़ियों के डिब्बे लाल व पीले रंगों के हैं लेकिन इस कोच का रंग गुलाबी है। इस कोच में सफर करने के लिए पर्यटकों को बुकिंग करवानी पड़ेगी। पर्यटकों की डिमांड को देखते हुए इस तरह के अन्य कोच भी तैयार किए जा सकते हैं।
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रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात की जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए दी। उन्होंने अपने हिमाचल दौरे के दौरान रेलवे को इसके निर्देश दिए थे। इस कोच को कालका स्टेशन में करीब दस लाख की लागत से तैयार किया गया है। कोच को रेलगाड़ी में जोड़कर शिमला ट्रायल के लिए भेज गया है। 96 किमी लंबे इस ट्रैक का सफर बेहद ही रोमांचक होता है।
होंगी ये खासियतें
ये कोच तीन तरफ से शीशे का बना हुआ है, जिससे चारों ओर के दृश्य दिखेंगे। कोच एयरकंडीशनर होगा। इस कोच की छत 12 एमएम शीशे की है। दरवाजों व खिड़कियों पर अतिरिक्त सुरक्षा के लिए कठोर शीशे का इस्तेमाल किया गया है। दरवाजों पर स्टील की रेलिंग को भी लगाया है। कोच के अंदर सुंदर दिखने वाली विनाईल फ्लोरिंग लगाई जा रही है। समय के साथ तापमान दिखाने वाला यंत्र भी लगेगा। यह कोच 36 सीटर है जिसका लुत्फ बुकिंग के आधार पर ही उठा सकेंगे।
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