2021 में अंतरिक्ष भेजा जाएगा गगनयान, आप भी जा सकते हैं साथ

एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित करने वाला भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) इस साल भी कई प्रक्षेपण करेगा। 2019 में इसरो की तरफ से क्या-क्या किया जाएगा, इसकी रूपरेखा इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने शुक्रवार को मीडिया के सामने रखी। उन्होंने बताया कि भारत के दूसरे चंद्र अभियान चंद्रयान-2 को इस साल मध्य अप्रैल में प्रक्षेपित किया जाएगा। बता दें कि इसरो ने पहले कहा था कि चंद्रयान-2 का प्रेक्षपण इस साल जनवरी से 16 फरवरी के बीच में किया जाएगा, लेकिन ऐसा करने में कामयाब नहीं रहा। यह साल भी इसरो के लिए काफी चुनौतियों भरा रहने वाला है। इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि वर्ष 2019 में इसरो को 32 मिशनों (14 प्रक्षेपण यान, 17 उपग्रह, एक टेक डेमो मिशन) को अंजाम देने की योजना है।
800 करोड़ की आई लागत
चंद्रयान-2 के पूरे अभियान में करीब 800 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसरो के अध्यक्ष के. सीवन ने बताया कि यह अभियान करीब 10 साल पहले प्रक्षेपित किए गए चंद्रयान-1 का उन्नत संस्करण है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान 2 के प्रक्षेपण की बात है तो इसके लिए 25 मार्च से मध्य अप्रैल का समय तय किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरी उम्मीद है कि यह मध्य अप्रैल तक प्रक्षेपित हो जाएगा। फरवरी में न होने का कारण बताते हुए उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष एजेंसी ने इसे पहले जनवरी और फरवरी के बीच प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी लेकिन कुछ परीक्षणों के नहीं हो पाने के कारण ऐसा नहीं हो सका।
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महिलाएं भी जाएंगी अंतरिक्ष
इसरो अध्यक्ष के. सिवन ने कहा कि गगनयान मिशन की तैयारियां शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि यह इसरो के लिए एक बड़ा टर्निंग प्वाइंट होगा। अंतरिक्ष में मानव रहित मिशन के लिए पहली डेडलाइन दिसंबर 2020 तय की गई है और दूसरी डेडलाइन अनमैंड मिशन के लिए जुलाई 2021 तय की गई है। वहीं, पहले मानवीय मिशन के लिए दिसंबर 2021 का समय तय किया गया है। सिवन ने बताया कि गगनयान के लिए शुरुआती ट्रेनिंग भारत में चलेगी और और एडवांस ट्रेनिंग इसकी रूस में होगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य होगा कि इस मिशन में महिला अंतरिक्ष यात्री भी हो। उन्होंने कहा कि हम देश भर में 6 इंक्यूबेशन और रिसर्च सेंटर स्थापित करेंगे। हम भारतीय छात्रों को इसरो में लाएंगे। उन्होंने कहा कि क्रू मेंबर्स सभी भारत के ही होंगे, इसमें भारतीय एयरफोर्स के जवान होंगे, सिविलियन और महिलाएं भी शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि जो भी चयन के पैमाने पर खरा उतरेंगे वही अंतरिक्ष जाएंगे। उन्होंने कहा कि सभी का चयन संबंधित फैसले सिलेक्शन कमेटी का होगा। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर गगनयान मिशन का ऐलान किया था। भारत का यह मिशन अगर कामयाब रहा तो अंतरिक्ष पर मानव मिशन भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश होगा।
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