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government added one thousand more hospitals under ayushman bharat scheme
गरीब आदमी के लिए मोदी सरकार ने खोला पिटारा, और 1000 अस्पताल भी करेंगे फ्री इलाज
Posted By: Team IndiaWave
Last updated on : May 14, 2020
भारत में कोरोना (corona) महामारी के आने के बाद से अचानक एक बड़ी समस्या पैदा हो गई थी जिसका समाधान अब सरकार ने कर दिया है।
गरीबों पर मेहरबान मोदी सरकार (modi sarkar) ने अब आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत भारत के अलग अलर राज्यों के लगभग एक हजार अस्पतालों को इस योजना से जोड़ दिया है ताकि गरीब व्यक्ति को चिकित्सा व्यवस्था निःशुल्क मिल सके।
ताजा जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने एक अप्रैल से आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) में 1,000 से ज्यादा अस्पतालों को जोड़ा है। इसके साथ ही स्कीम के तहत देशभर में कुल पंजीकृत अस्पतालों की संख्या अब बढ़कर 21,541 हो गई है।
भारत में बढ़ते कोरोना वायरस (covid19) और दूसरी बीमारियों का इलाज कराने के लिए सरकार ने ये फैसला किया है। साथ ही अब सरकार आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के तहत चिकित्सा सुविधाओं का दायरा बढ़ाना भी चाहती है।
पूरे देश में जिन अस्पतालों को जोड़ा गया है उसमें 78.4 प्रतिशत प्राइवेट अस्पताल हैं। हाँ लेकिन अब भी कुल पंजीकृत अस्पतालों में सरकारी अस्पतालों का हिस्सा थोड़ा ज्यादा है मतलब कि 56 फीसदी है।
इसका पता लगाने के लिए नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (National Health Authority) के डेटा से इसका पता चलता है। मोदी सरकार ने करीब दो साल पहले इस स्कीम को लॉन्च किया था। जिसे काफी सराहा गया था।
इस पूरे कार्यक्रम में एक अप्रैल से 1,006 अस्पतालों को जोड़ा गया है। इसमें 789 अस्पताल प्राइवेट है और बाकी सरकारी अस्पताल हैं।
इस योजना में जिन राज्यों में सबसे ज्यादा अस्पतालों का पंजीकरण हुआ, उसमें छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, असम, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सरकार की फ्लैगशिप हेल्थ स्कीम है।
इस योजना को सन 2018 में शुरू किया गया था। इसे मोदी सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना में से एक गिना जाता रहा है। इस योजना में गरीबों और वंचितों को हेल्थ कवर मुहैया कराती है। इसमें इलाज का खर्च पूरी तरह से सरकार उठाती है।
मोदी सरकार के इस कदम के बाद से भारत के गरीबों को इस आपात स्थिति में एक बड़ी सहायता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
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