करीब एक दशक तक सेवाएं देने के बाद अब विस्तारा एयरलाइंस का सफर खत्म हो चुका है और इसका विलय (मर्जर) एयर इंडिया में हो गया है। सोमवार को एयरलाइन ने अहमदाबाद से दिल्ली के लिए अपनी आखिरी घरेलू उड़ान भरी। अब एयर इंडिया देश की इकलौती फुल सर्विस कैरियर रहेगी। पिछले 17 साल से फुल सर्विस कैरियर की संख्या 5 से घटकर सिर्फ 1 रह गई। इस मर्जर के बाद डोमेस्टिक और इंटरनेशनल रूट्स पर एयर इंडिया का दबदबा बढ़ जाएगा।
आइए जानते हैं कि विस्तारा की शुरुआत कैसे हुई, टाटा ग्रुप इसका मर्जर क्यों कर रहा है और अब मर्जर के बाद विस्तारा के ऑपरेशन का क्या होगा?
कैसे हुई थी विस्तार एयरलाइन की शुरुआत
साल 2012 में जब मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को घरेलू एयरलाइन में 49% तक की हिस्सेदारी हासिल करने की अनुमति दी, तो इससे जेट एयरवेज को खाड़ी एयरलाइन एतिहाद से 24% हिस्सेदारी हासिल हुई थी। उसी दौरान टाटा समूह के नेतृत्व में एयरएशिया इंडिया और विस्तारा का भी उदय हुआ। विस्तारा पिछले एक दशक में भारतीय आकाश में परिचालन शुरू करने वाली एकमात्र पूर्ण-सेवा एयरलाइन थी।
पिछले कुछ सालों में किंगफिशर और एयर सहारा जैसी एयरलाइन्स, जिन्हें जेटलाइट के नाम से जाना जाता है, ने अपना परिचालन बंद कर दिया है। 25 साल तक परिचालन करने वाली जेट एयरवेज को वित्तीय समस्याओं के कारण अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड कर दिया गया था और अब इसे बंद करने की तैयारी है। विस्तारा की शुरुआत जनवरी 2015 में हुई थी। एयरलाइन में सिंगापुर एयरलाइंस की 49% और टाटा समूह की 51% हिस्सेदारी थी।
जनवरी 2015 में उड़ी थी पहली फ्लाइट
विस्तारा एयरलाइंस की पहली डोमेस्टिक फ्लाइट 5 जनवरी 2015 को दिल्ली से मुंबई वाली थी। एयरलाइंस ने 6 अगस्त 2019 को दिल्ली से सिंगापुर के लिए अपनी पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरी थी।
एयर इंडिया में विस्तारा का विलय क्यों
एयर इंडिया देश की पहली एयर लाइन थी। इसकी शुरुआत 1932 में जेआरडी टाटा ने की थी। तब इसका नाम टाटा एयरलाइंस था। लेकिन, देश के आजाद होने के बाद टाटा एयरलाइंस का राष्ट्रीकरण हो गया और इसे एयर इंडिया नाम मिला। टाटा ग्रुप को हमेशा अपनी एयरलाइन न होने की कमी खलती थी और उसने 2013 में विस्तारा को शुरू किया। विस्तारा एयरलाइंस की हर दिन करीब 350 फ्लाइट से करीब 50 हजार यात्री उड़ान भरते थे। यह एयरलाइंस तेजी से एयर पैसेंजर के बीच अपनी जगह बना रही थी।
सरकार ने जब एयर इंडिया का निजीकरण करने का फैसला किया, तो टाटा ग्रुप ने भावनात्मक लगाव होने के कारण उसे भी खरीद लिया। लेकिन दो एयरलाइन का संचालन असहज करने वाला था, तो टाटा ग्रुप ने साल 2022 में विस्तार का एयर इंडिया में मर्जर का फैसला किया।
मुनाफे में कमी
जब से कंपनी शुरू हुई, सिर्फ एक तिमाही ही ऐसी रही जिसमें उसे मुनाफा हुआ। बाकी पूरे समय यह कंपनी घाटे में रही। साल 2013 में गठित होने और 2015 में उड़ान भरने के बाद एयरलाइन अपने लगभग एक दशक के समय में प्रॉफिट दर्ज करने में विफल रही।
विस्तारा ने कैसे बदली एविएशन इंडस्ट्री
- विस्तारा एविएशन इंडस्ट्री में कई बदलाव लाई। यह एशिया की पहली एयरलाइन थी जो फ्लाइट में स्टारबक्स कॉफी
ऑफर करती थी। - विस्तारा फ्लीट में एयरबस ए321 एलआर जोड़ने वाली और विमानों की सफाई रोबोट्स से करने वाली भी देश की पहली एयरलाइन थी।
- इसने इंटरनेशनल फ्लाइट में वाई-फाई इंटरनेट कनेक्टिविटी शुरू की। यह लॉयल्टी मेंबर्स को फ्री वाई-फाई देने वाली पहली एयरलाइन थी।
- विस्तारा ने 9 जनवरी 2015 से अपना ऑपरेशन शुरू किया। इसने सिर्फ सात महीने में ही 5 लाख से ज्यादा ग्राहकों को हवाई यात्रा करा दी।
- विस्तारा ने अपने पूरे ऑपरेशन के दौरान 6.5 करोड़ यात्रियों को उड़ान सेवाएं दी। इसने करीब 12 देशों के लिए सीधी उड़ान भरी थी।
- फिलहाल यात्रियों को विस्तारा का अनुभव एयरक्राफ्ट, प्रोडक्ट और सर्विसेज के साथ मिलता रहेगा। इसमें फ्लाइट मेनू, कटलरी आदि है।
- अभी विस्तारा का लोगो भी नहीं बदलेगा। ट्रैवल इंश्योरेंस, सीट, पर्पल गिफ्ट कार्ड, फ्लाइंग रिटर्न प्रोग्राम, एक्स्ट्रा लगेज स्पेस जैसी सुविधाएं रहेंगी।
विस्तारा ने ये चीजें की पहली बार
- विस्तारा भारतीय आसमान में प्रीमियम इकॉनमी ऑफर पेश करने वाली पहली एयरलाइन बनी।
- एयरलाइन ने अपने बेड़े में रीजनल इंटरनेशनल रूट के लिए नैरोबॉडी एयरक्राफ्ट (A321neo) शामिल किए। भारत में ऐसे एयरक्राफ्ट पर फ्लैटबेड अनुभव देने वाली पहली कंपनी बन गई।
- विस्तारा ने जेआरडी टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए अपने एक विमान के लिए रेट्रो लिवरी भी बनाई।
- विस्तारा फ्लीट में एयरबस ए321 एलआर जोड़ने वाली और विमानों की सफाई रोबोट्स से करने वाली भी देश की पहली एयरलाइन थी।
किंगफिशर से होती थी तुलना
एक समय विस्तारा के सफर को यात्रियों द्वारा काफी पसंद किया जाता था। इसकी तुलना किंगफिशर से होती थी, क्योंकि यह उड़ान के दौरान यात्रियों को कई तरह की सुविधाएं देती थी। विस्तारा ने अपने बेड़े में B737 जैसे बड़े जहाजों को शामिल कर कुल प्रॉफिट कमाया और इंटरनेशन उड़ानें भरीं। एयरलाइन के बेड़े में थ्री क्लास, ड्यूल क्लास और मोना क्लास के विमान थे, जो किसी भी एयरलाइन के लिए दुर्लभ हैं।
विस्तार के यात्रियों के लिए विलय के बाद क्या बदलेगा
विलय के बाद पहले महीने में विस्तारा की टिकट वाले 1,15000 से ज़्यादा यात्री एयर इंडिया के नाम से उड़ान भरेंगे। समूह ने भरोसा दिया है कि विस्तारा का अनुभव नहीं बदलेगा। विलय के साथ ही विस्तारा एयरलाइन के फ्लाइट कोड के आगे 2 जुड़ जाएगी। मसलन विस्तारा की मौजूदा फ्लाइट कोड UK 955 फ्लाइट अब AI 2955 हो जाएगी।
एयर इंडिया ने घोषणा की है कि विस्तारा के जैसा ही उत्पाद और सेवा अनुभव लोगों को आगे भी उपलब्ध रहेगा। बदलाव में मदद के लिए हवाई अड्डों पर हेल्प डेस्क कियोस्क स्थापित किए जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लगी साइनेज और सूचना यात्रियों को सही चेक-इन डेस्क तक ले जाएगी। विस्तारा संपर्क केंद्र निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए एयर इंडिया के प्रतिनिधियों को कॉल पुनर्निर्देशित करेगा। विस्तारा के लॉयल्टी सदस्यों को एयर इंडिया कार्यक्रम में स्थानांतरित किया जाएगा।
धीरे-धीरे बदल जाएगा लोगो
फिलहाल, कुछ दिनों के लिए विस्तारा के एयरक्राफ्ट का लोगो भी पुराना होगा, लेकिन धीरे-धीरे इन सभी को भी एयर इंडिया के लोगो से बदल दिया जाएगा। तमाम एयरक्राफ्ट के 12 नवंबर से कोड भी बदलकर एयर इंडिया में शिफ्ट कर दिए जाएंगे। विस्तारा एयरलाइंस के यात्रियों को 12 नवंबर से वैसे तो कुछ बदलाव नहीं होगा, लेकिन जिन्होंने लाउंस और अन्य अतिरिक्त सुविधा ली होंगी ;उन्हें वह नहीं मिल सकेंगी।
एक दशक की सेवाओं के बाद अलविदा
करीब एक दशक पुरानी विस्तारा एयरलाइन ने अपनी आखिरी उड़ान भरने के बाद अलविदा कह दिया है। एयर इंडिया के साथ इसका मर्जर हो गया है। एयरलाइन कंपनी ने सोमवार देर रात एक इंडिपेंडेंट एयरलाइन कंपनी के रूप अपनी आखिरी डोमेस्टिक उड़ान अहमदाबाद से दिल्ली के लिए भरी। अहमदाबाद एयरपोर्ट ने रन-वे पर विस्तारा की आखिरी Ahmedabad-Delhi Flight को एयरपोर्ट कर्मचारियों ने हाथ हिलाते हुए अलविदा कहा।
सोशल मीडिया के जरिए किया पोस्ट
इससे पहले सोमवार को विस्तारा के क्रू मेंबर ने प्लेन में अनाउंसमेंट के दौरान कल हो ना हो गाना बजाया। साथ ही विस्तारा एयरलाइंस की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक भावुक पोस्ट भी किया गया। इसमें कंपनी ने लिखा, “इस अविस्मरणीय यात्रा का हिस्सा बनने और हमें प्यार देने के लिए आपका धन्यवाद। हम इन यादों को हमेशा संजोकर रखेंगे। अब हर नई जानकारी के लिए एयर इंडिया को फॉलो करें।”