जानिए भारतीय सेना के बारे में

सीमा पर चीन (china) से तनातनी के बाद हर तरफ भारतीय सेना (indian army) की ही चर्चा हो रही है। आपके मन में भी अपने देश की सेना को लेकर कई तरह के सवाल उठते होंगे। भारतीय सेना (indian army) कैसे काम करती है? सेना में कितनी कमान हैं? ब्रिगेड (Brigade), बटालियन (Battalion), कोर (Corps) व डिविजन (Division) क्या होता है? सेना के किस अंग की कमान किस लेवल के अफसर के पास होती है? इन जैसे तमाम सवालों के जवाब आज हम आपको देने की कोशिश करेंगे। हम शुरुआत भारतीय सेना की संरचना से करते हैं।

भारतीय सेना की संरचना (Indian Army Structure)

भारत (india) में तीनों सेना के सर्वोच्च सेनापति राष्ट्रपति होते हैं। भारतीय सेना (indian army) में थल सेना (army) का सर्वोच्च अधिकारी थल सेना प्रमुख होता हैं जिसे थल सेनाध्यक्ष भी कहा जाता है। भारतीय सेना (indian army) को 7 कमानों में बांटा गया है। इन कमानों के अलग अलग डिवीजन और कोर होते हैं।

1. पूर्वी कमान (Eastern command) : इसका मुख्यालय कोलकाता में है। वर्तमान में इस कमान के 10 डिविजन और 3 कोर कार्यरत हैं।

  • 23वीं इन्फेंट्री डिविजन (राँची)   
  • 2 माउन्टेन डिविजन (डिब्रूगढ़)
  • 5वीं माउन्टेन डिविजन (बोमडिला)
  • 17वीं माउन्टेन डिविजन (गंगटोक)
  • 56वीं माउन्टेन डिविजन (ज़खमा)
  • 21वीं माउन्टेन डिविजन (रंगिया)
  • 20वीं माउन्टेन डिविजन (बिन्नागुरी)
  • 57वीं माउन्टेन डिविजन (लीमाखोंग)
  • 71वीं माउन्टेन डिविजन (मिस्सामारी)
  • 27वीं माउन्टेन डिविजन (कलिम्पोंग)
  • तीसरी कोर (दीमापुर)
  • चौथी कोर (तेजपुर)
  • 33वीं कोर (सिलीगुड़ी)

2. मध्य कमान (Central command) : इसका मुख्यालय लखनऊ है, वर्तमान में इस कमान की कोई इकाई कार्यरत नहीं हैं। 

3. उत्तरी कमान (Northern Command) : इसका मुख्यालय ऊधमपुर में है और वर्तमान में इस कमान के 7 डिविजन, 3 कोर और 1 ब्रिगेड कार्यरत हैं। 

  • 3 इन्फेंट्री डिविजन (लेह)
  •  19वीं इन्फेंट्री डिविजन (बारामुला)
  •  10वीं इन्फेंट्री डिविजन (अखनूर)
  •  8वीं माउन्टेन डिविजन (द्रास)
  •  28वीं माउन्टेन डिविजन (गुरेज)
  •  25वीं इन्फेंट्री डिविजन (राजौरी)
  •  39वीं इन्फेंट्री डिविजन (योल)
  •  14वीं कोर (लेह)
  •  15वीं कोर (श्रीनगर)
  •  16वीं कोर (नगरोटा)
  •  10वीं तोपखाना ब्रिगेड

4. दक्षिणी कमान (Southern command) :  इसका मुख्यालय पुणे में है और वर्तमान में इस कमान के 6 डिविजन, 2 कोर और 3 ब्रिगेड कार्यरत हैं। 

  •  41वीं तोपखाना डिविजन (पुणे)
  • 11वीं इन्फेंट्री डिविजन (अहमदाबाद)
  • 31वीं बख्तरबंद डिविजन (झांसी)
  • 12वीं रैपिड डिविजन (जोधपुर)
  • 36वीं रैपिड डिविजन (सागर)
  • 54वीं इन्फेंट्री डिविजन (हैदराबाद)
  • 4 बख्तरबंद ब्रिगेड
  • 340वीं मशीनगन ब्रिगेड
  • 475वीं इंजीनियरिंग ब्रिगेड 
  • 12वीं कोर (जोधपुर)
  • 21वीं कोर (भोपाल)

5. दक्षिण-पश्चिमी कमान (Southwestern command) : इसका मुख्यालय जयपुर में है। वर्तमान में इस कमान के 7 डिविजन, 2 कोर और 3 ब्रिगेड कार्यरत हैं। 

  • 42वीं तोपखाना डिविजन (जयपुर)
  • 4 इन्फेंट्री डिविजन (इलाहबाद)
  • 16वीं इन्फेंट्री डिविजन (श्रीगंगानगर)
  • 6ठी माउन्टेन डिविजन (बरेली)
  • 18वीं रैपिड डिविजन (कोटा)
  • 33वीं बख्तरबंद डिविजन (हिसार)
  • 24वीं रैपिड डिविजन (बीकानेर)
  • 6ठी बख्तरबंद ब्रिगेड
  • 615वीं वायु रक्षा ब्रिगेड
  • 471वीं इंजीनियरिंग ब्रिगेड
  • प्रथम कोर (मथुरा)
  • 10वीं कोर (भटिंडा)

6. पश्चिमी कमान (Western command) : इसका मुख्यालय चंडीगढ़ में है और वर्तमान में इस कमान के 9 डिविजन, 3 कोर और 6 ब्रिगेड कार्यरत हैं। 

  • 40वीं तोपखाना डिविजन (अम्बाला)
  • 1बख्तरबंद डिविजन (पटियाला)
  • 26वीं इन्फेंट्री डिविजन (जम्मू)
  • 7वीं इन्फेंट्री डिविजन (फिरोजपुर)
  • 14वीं रैपिड डिविजन (देहरादून)
  • 29वीं इन्फेंट्री डिविजन (पठानकोट)
  • 9वीं इन्फेंट्री डिविजन (मेरठ)
  • 22वीं इन्फेंट्री डिविजन (मेरठ)
  • 15वीं इन्फेंट्री डिविजन (अमृतसर)
  • 2 बख्तरबंद ब्रिगेड
  • 3 बख्तरबंद ब्रिगेड
  • 23 बख्तरबंद ब्रिगेड
  • 612वीं वायु रक्षा ब्रिगेड
  • 474वीं इंजीनियरिंग ब्रिगेड
  • 55वीं मशीनगन ब्रिगेड
  • दूसरी कोर (अंबाला)
  • 9वीं कोर (योल)
  • 11वीं कोर (जालंधर)

7. ट्रेनिंग कमान (Training command) : इसका मुख्यालय शिमला में है और इस कमान में संस्थागत प्रशिक्षण के लिए गठित सभी नोडल एजेंसियां शामिल हैँ।

 इन सबके अलावा भारतीय सेना की स्वतंत्र पैराशूट ब्रिगेड भी है जिसका मुख्यालय आगरा में है। यह ब्रिगेड सीधे थल सेनाध्यक्ष को रिपोर्ट करती है। 

कमान में सेना का संगठन

1. सेक्शन – सेना की सबसे छोटी इकाई को ‘सेक्शन’ कहते हैं। इसमें 10-12 सैनिक होते हैं। 

2. प्लाटून/पलटन – इसमें 4 सेक्शन शामिल होते हैं। 

3. कंपनी – इसमें 4 प्लाटून शामिल होते हैं। इसके प्रमुख को कंपनी कमांडर कहते हैं।

4. बटालियन – इसके प्रमुख कर्नल होते हैं।

5. ब्रिगेड – इसके प्रमुख को ब्रिगेडियर कहते हैं। 

6. डिविजन – इसके प्रमुख को मेजर जनरल कहते हैं। 

7. कोर – इसके प्रमुख को लेफ्टिनेंट जनरल कहते हैं। 

भारतीय सेना का संगठन (Organization of the Indian Army)

भारतीय सेना को दो भागों में विभाजित किया गया है। पहला सशस्त्र दल और दूसरा सेवा दल है। 

सशस्त्र दल क्या है? 

सशस्त्र दल में उन सैनिकों को शामिल किया जाता है जो खोजी अभियान (search operation) में भाग लेते हैं। 

सेवा दल क्या है? 

सशस्त्र दल के अलावा शेष पूरी सेना को सेवा दल के अंतर्गत रखा जाता है। इनका मुख्य कार्य सेना को रसद (खाद्य सामग्री) उपलब्ध करवाना और सेना में प्रशासनिक तंत्र को चलाना है। इंजीनियरिंग और मेडिकल विंग भी सेवा दल के अंतर्गत आती है।

सशस्त्र दल में विभाग 

  • 1. बख्तरबंद दल
  • 2. इन्फेंट्री (पैदल सेना)
  • 3. मशीनगन इन्फेंट्री

सहायक सशस्त्र दल में विभाग 

1. तोपखाना

2. इंजीनियर्स

3. वायु रक्षा सेना

4. विमानन सेना दल

5. सिग्नल देने वाला दल

सेवा दल के विभाग 

1. सेना सेवा कोर :  जो राशन, परिवहन और क्लर्क मुहैया करवाती है। 

2. सेना चिकित्सा कोर

3. सेना आयुध कोर : गोला बारूद, वाहन, कपड़े और सभी उपकरण मुहैया करवाता है।

4. इलेक्ट्रॉनिक्स और मैकेनिकल इंजीनियर्स कोर : हथियारों एवं वाहनों की मरम्मत करती है। 

5. रीमाउंट वेटनरी कोर : सेना को नए हथियार और तकनीक मुहैया करवाती है। 

6. गुप्तचर कोर : दुश्मन के बारे में गुप्त सूचनाएं मुहैया करवाती है।

टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) 

महेंद्र सिंह धोनी भी इसी इकाई के सदस्य है। प्रादेशिक सेना यानी टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) भारतीय सेना की ही एक इकाई है। सामान्य श्रमिक से लेकर सिविल सर्वेंट तक भारत के सभी 18 से 42 वर्ष तक के नागरिक, जो शारीरिक रूप से सक्षम हों, इसमें भर्ती हो सकते हैं। यह हमारी रक्षापंक्ति की सेकंड लाइन है। 

युद्ध के समय फ्रंट लाइन में तैनाती के लिए भी इसका उपयोग होता है। टेरिटोरियल आर्मी के स्वयंसेवकों को प्रति वर्ष कुछ दिनों का सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि ज़रूरत पड़ने पर देश की रक्षा के लिए उनकी सेवाएं ली जा सकें।

इंडियन आर्मी में ऊपर से लेकर नीचे तक के पद (रैंक) के बारे में

  • फील्ड मार्शल – Field marshal 
  • लेफ्टिनेंट जनरल – Lieutenant General 
  • मेजर जनरल – Major general
  • ब्रिगेडियर – Brigadier
  • कर्नल – Colonel
  • लेफ्टिनेंट कर्नल – Lieutenant colonel  
  • मेजर – Major
  • कैप्टन – Captain
  • लेफ्टिनेंट – Lieutenant 
  • सुबेदार मेजर – Subedar Major 
  • सुबेदार – Subedar
  • नायब सुबेदार – nayab Subedar
  • रेजिमेंटल हवलदार मेजर – Regimental Havildar Major
  • हवलदार – Sergeant
  • नायक – Naik
  • लांस नायक – Lance hero
  • सिपाही – Sepoy

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