राम मंदिर नींव के लिए इन दो तारीखों पर हो सकता है फैसला
अयोध्या विवाद में ऐतिहासिक फैसला सुनाने के बाद अब राम मंदिर का रास्ता साफ हो गया है। हिन्दू धर्म की आस्था का प्रतीक बन चुके राम मंदिर की अब नींव पड़ने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। अयोध्या में राम मंदिर को लेकर संत समाज की ओर से तारीखें सुझाई जाने लगी हैं। अखिल भारतीय संत समिति का कहना है कि मंदिर की नींव के लिए दो तारीखें उपयुक्त रहेगी। यह 25 मार्च को हिन्दू नववर्ष और 2 अप्रैल को रामनवमी हैं।
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संघ भी जता चुका है सहमति
समिति का कहा है कि पंचांग के अनुसार हिंदू नववर्ष चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होता है, जो 2020 में 25 मार्च से शुरू होगा। वहीं रामनवमी भी 2 अप्रैल को मनाई जाएगी। राम मंदिर के हिसाब से यह दोनों तारीखें शुभ भी हैं और हिन्दू समाज के अनुसार भी हैं। खास बात यह यह है कि इसको लेकर संघ भी अपनी सहमति जता चुका है। संघ के सूत्रों के अनुसार समिति की ओर से तारीखों के सुझाव पर ही निर्णय लिया जा सकता है। इसी के हिसाब से ही मंदिर के नींव के कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जाएगी।
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9 सितंबर को सुनाया था ऐतिहासिक फैसला
शनिवार 9 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच ने अयोध्या विवाद पर अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। इसमें विवादित जमीन पर राम जन्मभूमि न्यास को मालिकाना हक दिया गया था। वहीं मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही मस्जिद के लिए 5 एकड़ की जमीन देने का फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने व्यवस्था की थी कि केन्द्र सरकार 03 महीने के अंदर मस्जिद के लिए जमीन की व्यवस्था करे। कोर्ट ने बाबरी मस्जिद विध्वंस को भी गलत माना था, जिसके चलते मस्जिद के लिए अन्य जगह जमीन देने का निर्णय किया है।
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