
उत्तर भारत के विभिन्न शहरों में (FIITJEE) कोचिंग सेंटर बंद होने से छात्रों और उनके अभिभावकों में हड़कंप मच गया है। नोएडा, गाजियाबाद, भोपाल, वाराणसी, दिल्ली और पटना जैसे शहरों में एफआईआईटीजेई सेंटर पिछले सप्ताह अचानक बंद कर दिए गए। इसके पीछे वजह शिक्षकों का वेतन न मिलने के कारण इस्तीफा देना बताया जा रहा है।
बिना सूचना के बंद हुए सेंटर
नोएडा सेक्टर-62 स्थित एफआईआईटीजेई सेंटर के बाहर बुधवार शाम को प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों ने आरोप लगाया कि सेंटर बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर दिया गया। अभिभावकों का कहना है कि प्रबंधन ने पूरी फीस ले ली लेकिन न तो अब क्लासेस हो रही हैं और न ही रिफंड दिया जा रहा है।
नोएडा सेक्टर-62 सेंटर के संचालन प्रमुख संजीव झा ने मंगलवार देर रात संदेश भेजकर सेंटर बंद होने की जानकारी दी। इसके बाद बुधवार को अभिभावकों ने सेक्टर-58 थाने में शिकायत दर्ज कराई।
एक अभिभावक ने कहा, “यह पूरी तरह गलत है। हमने फीस का पूरा भुगतान किया और अब बिना किसी सूचना के सेंटर बंद कर दिया गया। हमें जवाब चाहिए।”
अभिभावकों की नाराजगी और FIR
अभिभावकों का कहना है कि FITJEE प्रबंधन की ओर से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। नोएडा के एक अभिभावक, राजीव कुमार चौधरी ने कहा, “हमने पांच साल की कोचिंग के लिए 100% फीस जमा की थी, जिसमें अभी दो साल बाकी हैं। सोमवार को एफआईआईटीजेई से एक संदेश आया, जिसमें बच्चों को आकाश इंस्टीट्यूट में ट्रांसफर करने की बात कही गई। यह फैसला हम करेंगे, FITJEE नहीं। हम एफआईआर दर्ज करवा रहे हैं।”
नोएडा के डीसीपी राम बदन सिंह ने कहा, “नोएडा सेक्टर-58 सेंटर पर दो दिनों से क्लास नहीं हो रही थी। कुछ अभिभावक और छात्र यहां पहुंचे और फीस रिफंड की मांग की। हमने FITJEE प्रमुख डीके गोयल को बुलाया है। मामला जल्द सुलझाया जाएगा।”
FITJEE की चुप्पी और छात्रों का भविष्य
यह संकट ऐसे समय में आया है जब जेईई मेन परीक्षा का पहला चरण 22-24 जनवरी को हुआ और दूसरा चरण 28-30 जनवरी को होने वाला है। छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि एफआईआईटीजेई की चुप्पी उनके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
FITJEE का विवादों से पुराना नाता
1992 में आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र डीके गोयल द्वारा स्थापित FITJEE कोचिंग सेंटर देशभर में JEE और NEET की तैयारी के लिए प्रसिद्ध है। इसके 72 सेंटर 41 शहरों में स्थित हैं और इसमें 300 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।
FITJEE पहले भी विवादों में रह चुका है। दिसंबर 2024 में FITJEE के चेयरमैन डीके गोयल का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह एक कर्मचारी के सवाल पर गुस्से में अपशब्द कहते नजर आए थे।
छात्र और अभिभावकों की मांग
छात्र और अभिभावक अब सरकार से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि या तो फीस वापस की जाए या उनकी पढ़ाई का वैकल्पिक प्रबंध किया जाए। फिलहाल, FITJEE प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।