
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे यू-ट्यूबर एल्विश यादव और हरियाणा के गायक फाजिलपुरिया उर्फ राहुल यादव की 55 लाख रुपये की संपत्ति गुरुवार को जब्त कर ली। इसमें एल्विश और फाजिलपुरिया के नोएडा, मोहाली के संयुक्त बैंक खाते भी हैं। इसके अलावा बिजनौर में फाजिलपुरिया की तीन एकड़ जमीन जब्त की गई है। फाजिलपुरिया ने यह जमीन करीब 50 लाख रुपये में खरीदी थी।
मौजूदा समय में इस जमीन की कीमत डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है। ईडी अधिकारी के मुताबिक फाजिलपुरिया ने मोहाली की स्काई डिजिटल डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी के लिए एक गाना रिकॉर्ड किया था। इसमें सांपों का इस्तेमाल किया गया था। इस मामले में एल्विश यादव के साथ राहुल भी फंसे थे।
पांच सितंबर को ईडी ने लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय में एल्विश से आठ घंटे तक पूछताछ की थी। ईडी सूत्रों के मुताबिक यूट्यूबर को फाजिलपुरिया के गाने से करीब 52 लाख रुपये की कमाई हुई थी। इसमें 50 लाख रुपये फाजिलपुरिया को मिले थे जबकि एल्विश को दो लाख रुपये ही दिए गए थे। ईडी की टीम ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा में छापेमारी की है। दरअसल यह मामला एल्विश यादव द्वारा आयोजित पार्टियों में सांप के विष के नशे के तौर पर इस्तेमाल और उससे जुड़े आर्थिक लेन-देन से जुड़ा है।
बिना अनुमति के सांपों का किया इस्तेमाल
वर्ष 2023 में एल्विश यादव और फाजिलपुरिया का गीत 32 बोर लांच हुआ था। गाने की शूटिंग में सांपों का इस्तेमाल किया गया। सोशल साइट्स पर गाने की तस्वीरें खूब वायरल हुईं। गाने में करीब 20 सांपों का इस्तेमाल किया गया था। दावा किया गया था कि इस गाने में छह सांप दुर्लभ प्रजाति के थे। पीपुल फॉर एनिमल्स ने आपत्ति जताते हुए गुरुग्राम पुलिस को भी शिकायत दी थी।
एल्विश उन छह लोगों में शामिल है जिनके नाम पशु अधिकारों के लिए काम करने वाले एनजीओ ‘पीपुल फॉर एनिमल्स’ (पीएफए) के एक प्रतिनिधि की शिकायत पर पिछले साल तीन नवंबर को नोएडा के सेक्टर-49 थाने में प्राथमिकी दर्ज थी। पांच अन्य आरोपी सपेरे थे। वे नवंबर में नोएडा के एक बैंक्वेट हॉल में गिरफ्तार हुए थे। उनके कब्जे से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को बचाया गया था। सांप का 20 मिलीलीटर संदिग्ध जहर भी जब्त किया गया था।
हालांकि, बाद में जमानत मिल गई थी। संस्था के सदस्य सौरभ गुप्ता की तरफ से दी गई शिकायत में कहा गया था कि फाजिलपुरिया और एल्विश यादव ने बिना अनुमति गाने में सांपों का व्यावसायिक तरीके से इस्तेमाल किया है।
पुलिस ने दाखिल की 1,200 पन्नों की चार्जशीट
नोएडा पुलिस ने नवंबर 2023 में एल्विश को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था। रात में कुछ घंटे पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। एफएसएल जांच के लिए जयपुर भेजे सांपों के जहर की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने मार्च में एल्विश यादव को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने अप्रैल में 1,200 पन्नों की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की थी। पुलिस ने बताया था कि इसमें सांपों की तस्करी, नशीले पदार्थों का इस्तेमाल और रेव पार्टियों का आयोजन करने जैसे आरोप शामिल हैं।
नशे के लिए सांप का जहर किया इस्तेमाल
नोएडा पुलिस ने 17 मार्च को एल्विश को उसके द्वारा आयोजित की गई पार्टियों में मादक पदार्थ के रूप में सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। यूट्यूबर एल्विश पर नोएडा पुलिस ने स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
डाटा रिकवर करने के लिए लैब भेजे गए एल्विश समेत दो साथी के मोबाइल
एल्विश यादव के साथ उसके दो साथी ईश्वर और विनय को भी मार्च में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने इन तीनों के मोबाइल फोन गाजियाबाद के निवाणी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजे थे। पुलिस का दावा था कि तीनों ने मोबाइल से चैट के अलावा कई तस्वीरें और वीडियो डिलीट किए थे, जिन्हें रिकवर कराया जाना बेहद जरूरी है। हालांकि, अभी तक तीनों मोबाइल फोन की फॉरेंसिक रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली है।
शिकायतकर्ता ने धमकी मिलने का आरोप लगाया
एल्विश यादव के खिलाफ केस दर्ज कराने वाले गौरव गुप्ता का कहना है कि पिछले वर्ष आरोपियों को रंगे हांथ नोयडा पुलिस को सौंपा था। इस मामले में वह और उसके भाई सौरभ गुप्ता गवाह भी हैं। केस दर्ज कराने के बाद उन्हें धमकी मिली, पीछा किया गया और संस्था को बदनाम करने की कोशिश भी की गई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उनका कहना है कि कानून के रास्ते पर चलकर केस को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।
मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दर्ज है मुकदमा
रेव पार्टियों के लिए सांपों के जहर की खरीद-फरोख्त में फंसे बिग बॉस ओटीटी-2 के विजेता एल्विश यादव के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) का केस दर्ज किया गया था। ईडी ने लखनऊ जोन कार्यालय की टीम इस मुकदमे की विवेचना कर रही है। यह टीम अभी इन दोनों की कई और सम्मतियों का ब्यौरा जुटा रही है।