दिल्ली में ऑड-इवेन शुरू, साइकिल चलाते दिखे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया
दिल्ली में प्रदूषण की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही जा रहा है। कई उपाय करने के बावजूद स्थिति बदतर ही हो रही है। इन सबसे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने एक बार फिर ऑड-इवेन का नियम लागू कर दिया है। यह नियम रोजाना सुबह 8 से रात 8 बजे प्रभावी रहेगा। आज दिल्ली में सिर्फ 0, 2, 4, 6, 8 (इवेन) नंबर वाली गाड़ियां ही चलेंगी। इसे 12 दिनों के लिए लागू किया गया है। इसमें 4 हजार तक के जुर्माने का प्रावधान है। महिलाओं को इस नियम में छूट दी गई है। सुबह उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया साइकिल से कार्यालय पहुंचे, इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा।
भारत और जर्मनी के बीच हुए यह ऐतिहासिक समझौते, चांसलर ने कहीं यह बातें
यह बोले सीएम अरविंद केजरीवाल
वायु प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए ऑड-इवेन का नियम देश में सबसे पहले दिल्ली की सरकार ही अमल में लाई थी। इसमें ऑड और इवेन संख्या वाली कारों को ही चलाने की अनुमति दी जाती है। ऑड-इवेन का नियम इससे पहले भी दिल्ली में लागू हो चुका है। सोमवार को बढ़ते प्रदूषण के चलते इसे एक बार फिर लागू कर दिया गया। इसकी शुरुआत सुबह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट से की। जिसमें उन्होंने वीडियो भी शेयर किया है। एक ट्वीट में उन्होंने लिखा है-
'नमस्ते दिल्ली! प्रदूषण कम करने के लिए आज से Odd Even शुरू हो रहा है। अपने लिए, अपने बच्चों की सेहत के लिए और अपने परिवार की साँसों के लिए Odd Even का ज़रूर पालन करें। कार शेयर करें। इस से दोस्ती बढ़ेगी, रिश्ते बनेंगे, पेट्रोल बचेगा और प्रदूषण भी कम होगा। दिल्ली फिर कर दिखायेगी।'
सरकार देख रही है सारे व्हॉट्सऐप मैसेज? पढ़ें, व्हॉट्सऐप जासूसी केस से जुड़ी हर अपडेट
दिल्ली में नहीं थम रहा प्रदूषण का खतरा
राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। इसकी रोकथाम के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक पैनल ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी है। इसके साथ ही पटाखे फोड़ने और 5 नवंबर तक निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगाया गया है। यहां के प्रदूषण की बात करें तो यह जानलेवा स्तर पर पहुंच गया है। वायुमंडल में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 500 से ऊपर पहुंच गया था, जो अति गंभीर की श्रेणी में आता है। दिल्ली में कई जगहों पर तो एक्यूआई का स्तर 1000 से ऊपर है। इसके सीधा संपर्क में आने से कई तरह की गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण पंजाब और हरियाणा के किसानों का पराली जलाया जाना है। यह प्रदूषण दिल्ली तक पहुंच रहा है और उसकी हवा को जहरीला बना रहा है। पराली को उर्वरकों में बदलने वाली मशीनों पर किसानों को केन्द्र सरकार की ओर से सब्सिडी देने के बावजूद पराली जलाने की घटनाएं बढ़ गई हैं।
इस सेक्शन की और खबरें पढ़नें के लिए यहां क्लिक करें
संबंधित खबरें
सोसाइटी से
अन्य खबरें
Loading next News...