संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय पूरी तरह होगा डिजिटल, अब काम में आएगी पारदर्शिता

उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा देने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। सरकार की तरफ से लगाया किए जा रहे प्रयास का ही नतीजा रहा है कि अब संस्कृण भाषा की तरफ लोगों का लगातार रुझान भी बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को पूरी तरह से डिजिटल किए जाने की बात कहीं है। उन्होंने परीक्षा विभाग के सत्यापन कार्य, परीक्षा परिणाम, संबद्धता एवं लेखा विभाग में पूरी तरह से पारदर्शिता बरते जाने की बात कहीं है। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पूरा ब्योरा जल्द से जल्द शासन को उपलब्ध करा जाएगा।
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बता दें, बुधवार को लखनऊ में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इस दौरान कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने सीएम योगी आदित्यनाथ संस्कृत भाषा को बढ़ाने की बात कहीं। सीएम ने आश्वासन दिया की कि सरस्वती भवन में रखी पांडुलिपियों के संरक्षण एवं प्रकाशन के लिए शासन की ओर से जल्द ही धन को आवंटित किया जाएगा। बता दें, यहां पर साल 1975 से अभी तक छात्रवृत्ति नहीं बढ़ने पर भी सीएम ने संज्ञान लिया और उसे जल्द से जल्द बढ़ाने की बात की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने संपूर्णानंद विश्वविद्यालय की आर्थिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए संपूर्ण ब्यौरे को मद के अनुसार (वेतन मद शैक्षिक/गैर शैक्षिक, छात्रवृत्ति एवं अन्य) तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
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