दक्षिण कोरिया के मॉडल पर कोरोना से जंग लड़ेगा छत्तीसगढ़
कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर पूरी दुनिया में जारी है, लेकिन अब दुनिया इसी (Coronavirus) महामारी के बीच में रहते हुए जीने के मौके तलाश रही है। कोरोना (Coronavirus) महामारी को लेकर ही दक्षिण कोरिया (South Korea) ने दो साल का प्लान बनाया है। कोरिया (South Korea) का ही प्लान इस समय पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोरिया (South Korea) के इसी प्लान के फॉर्मूले पर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य भी काम करने जा रहा है। यहां पर उसी हिसाब से काम करने का फॉर्मूला बनाया जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में अब कोरोना (Coronavirus) से लड़ाई के लिए कोरियाई (South Korea) मॉडल अपनाने की तैयारी चल रही है। यहां पर अब दक्षिण कोरिया में कोरोना से बचावव के उपायों को अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में पालन किया जाएगा। यहां पर सरकार उसी हिसाब से काम करने की तैयारी करने जा रही है। इसके लिए (Chhattisgarh) सरकार वीडियो क्रॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से अन्य देशों के विशेषज्ञों से बातचीत कर रही है।
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दक्षिण कोरिया के उपायों पर चर्चा
दक्षिण कोरिया (South Korea) के फॉर्मूले को अपने राज्य में लागू करने के लिए इस समय छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से हार्वर्ड विश्वविद्यालय, यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका और दक्षिण कोरिया (South Korea) के विशेषज्ञों से चर्चा की गई है। स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नील गुप्ता और हार्वर्ड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के डॉ जुबान ओह से दक्षिण कोरिया (South Korea) में किए गए उपायों के बारे में विस्तार से चर्चा की जाएगी। उन्होंने यहां (Chhattisgarh) पर चलने प्लान के बारे में भी चर्चा की है। यही नहीं, दक्षिण कोरिया (South Korea) में संक्रमण रोकने और इलाज के लिए अलग-अलग विधि अपनाई गई, जिसके कारण यहां पर स्थिति कुछ हद तक नियत्रंण है। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने बताया कि कोरोना वायरस के बीच में भी यहां पर आवश्यक आर्थिक गतिविधियों को शुरू कर दिया गया है ताकि लोगों की जिंदगी आसानी से चल सकें। यहां (Chhattisgarh) पर जिन गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकती है, उस पर रोक भी लगी हुई है।
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मरीजों के लिए ऐसा अपनाया जा रहा तरीका
दक्षिण कोरिया (South Korea) में मरीजों को लेकर भी बहुत सावधानी बरती जा रही है। यहां पर जांच चार स्तर पर की जा रही है। यही नहीं, कोरोना (Coronavirus) के मरीजों का बहुत ही खास तरीके से इलाज की प्लानिंग बहुत ही खास तरीके से हैं। यही नहीं, यहां पर जितने गंभीर मरीज है, उनके क्वारंटाइन में रखने पर ही स्वस्थ हो सकते हैं। यहां पर सर्दी, खांसी के साथ में प्रारंभिक लक्षणों वाले मरीज का अलग-अलग वर्गों में बांटकर इलाज किया जा रहा है। यहां पर सामुदायिक स्तर पर फैलाव को रोकने के लिए कांट्रेक्ट ट्रेसिंग विधि का इस्तेमाल किया जा रहा है। यही नहीं यहां पर लक्षण पाए जाने वाले लोगों को आइसोलेशन में रखा जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में ऐसे बांटे गए जिले
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी अब उसी फॉर्मूले के हिसाब से काम करने की तैयारी चल रही है। जिन जिलों में पिछले 21 दिनों से एक भी (Coronavirus) मरीज नहीं मिला है, जहां पर शून्य से पांच नए (Coronavirus) मरीज मिलने वाले जिले, 50 से 99 (Coronavirus) मरीज मिलने वाले जिले, 100 से 909 और 909 से ज्यादा (Coronavirus) मरीज वाले जिलों को लेकर अलग-अलग तरीके से श्रेणी को तय किया गया है। जहां पर सबसे ज्यादा (Coronavirus) मरीज मिल रहे हैं, उस क्षेत्र को अलग कर दिया गया है। संक्रमित क्षेत्र और इलाज वाले क्षेत्र को भी अलग किया गया है, ताकि यहां पर कोरोना वायरस (Coronavirus) को रोका जा सकें।
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पूरे विश्व को कोरिया मॉडल अपनाने की सलाह दे रहे एंटोनिया
संयुक्त राष्ट्र महासंघ के महासचिव एंटोनियो गुतेरस भी पूरी दुनिया को दक्षिण कोरिया (South Korea) के प्लान को अपनाने की सलाह दे चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि विश्वभर के देश दक्षिण कोरिया (South Korea) की तरफ से उठाए गए कदमों को सीखेंगे और उसका अपने यहां पर पालन करेंगे। कोरोना (Coronavirus) को रोकने में काफी हद तक सफल रहे कोरिया (South Korea) के बारे में उन्होंने कहा कि इससे (Coronavirus) जंग जीतने के बाद अब वह जलवायु परिवर्तन से निपटने की योजना बना रहा है। हाल ही में इस देश (South Korea) ने अपनी महत्वाकांक्षी 'हरित योजना' पेश की है। अब देश (South Korea) में कोयले से चलने वाले सभी नए सयंत्रों को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा कोयला आधारित संयंत्रों से उत्सर्जन को कमी करने में कमी करना भी यहां के प्लान में शामिल है। बता दें राज्य में दक्षिण कोरिया (South Korea) की तरह महामारी (Coronavirus) से निपटने के साथ ही जलवायु परिवर्तन को भी कम करने की तैयारी है।
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कोरोना (Coronavirus) से इस तरह लड़ रहा कोरिया
कोरोना वायरस (Coronavirus) से इस समय पूरी दुनिया परेशान है। ऐसे में अब ताइवान और दक्षिण कोरिया (South Korea) हैं जो कोरोना से उबर चुके हैं। अब यहां पर लॉकडाउन (Lockdown) नहीं लगाया गया है, लेकिन इन देशों में नियमों को कड़े अनुशासन के साथ माना गया, उनका पालन किया गया। कोरोना रोकने के मामले में सबसे अव्वल दक्षिण कोरिया (South Korea) रहा है। यह देश बिना किसी वैक्सीन, एंटीबॉडी और बड़े पैमाने पर लॉकडाउन के बिना ही इस बीमारी से उबरने में कामयाब रहा है। यहां पर कड़ी गाइडलाइन के साथ दफ्तर, म्यूजियम खुले हुए हैं। यहां (South Korea) की सड़कों पर लोग कम दिखते हैं। यहां पर मई के शुरुआती दिनों में हालात बहुत ही खराब हो गई है। दक्षिण कोरिया (South Korea) में 3 टी मॉडल का इस्तेमाल किया गया है। 3 टी का मतलब ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट (Test, Trace and Treat) है। अब इस मॉडल को दूसरे देशों में भी अपनाया जा रहा है।
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