CAG रिपोर्ट में खुलासाः दिल्ली में हुआ राशन घोटाला

CAG रिपोर्ट में खुलासाः दिल्ली में हुआ राशन घोटाला
सीएजी रिपोर्ट में राशन को लेकर बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह बिहार के चारा घोटाले की तरह है, जिसमें दिल्ली में भी बाइक और टेंपो पर अनाज ढोया गया। सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि एफ़सीआई गोदाम से राशन वितरण केंद्रों पर 1589 क्विंटल राशन की ढुलाई के लिए आठ ऐसी गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया, जिनका रजिस्ट्रेशन नंबर बस, टेंपो और स्कूटर-बाइक का था। सीएजी की रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि 2016-17 में जिन 207 गाड़ियों को राशन ढुलाई के काम में लाया गया, उनमें 42 के रजिस्ट्रेशन ही नहीं हैं। इसके साथ ही 10 गाड़ियां अन्य विभागों के नाम पर थी। रिपोर्ट यह भी कहती है कि एक साल करीब 1589 क्विंटल माल एफसीआई के गोदामों से फेयर प्राइस शॉप तक पहुंचाया गया है, जो इन गाड़ियों में पहुंचाना लगभग असंभव है। जो इस बात तस्दीक करता है कि दिल्ली में राशन घोटाला हुआ है। वहीं पूरे मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल ने मामले का ठीकरा एलजी के सिर फोड़ा है। कैग की रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इराक में मारे गए भारतीयों की मौत पर सामने आया चौंकाने वाला खुलासा
इराक में मारे गए 39 भारतीयों में 38 के शव भारत पहुंच चुके है। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सोमवार को भारतीयों के अवशेष लेकर भारत लौटे जिसके बाद उनके परिवार अंतिम संस्कार कर रहे हैं। शवों के पहुंचने के बावजूद सभी के मन में एक ही बात आ रही है कि इन 39 भारतियों के साथ आखिर वहां क्या हुआ होगा। इन्ही सवालों के आधार पर एक अंगेजी अखबार ने 27 भारतियों में से 7 के डेथ सर्टीफिकेट देखे जिसमें खुलासा हुआ कि इनके साथ कितनी बर्बरता हुई। इनके सिर में गोलियां मारी गई। सर्टीफिकेट के मुताबिक वे वादी अजाब पर मारे गए थे जो नीनेवे टाउनशिप का एक औद्योगिक क्षेत्र है जो इराक में मोसुल से लगभग 110 किलोमीटर दूर स्थित है। पीड़ित परिवार के सदस्य इस विवरण की मांग कर रहे थे। हालांकि विवादित रिपोर्टों के बाद से ये जानकारी प्राप्त हुई थी। बगदाद में 28 मार्च को भारतीय दूतावास द्वारा प्रमाणपत्र जारी किए गए जिसमें दूतावास के सहायक कांसुलर अधिकारी उमेश यादव ने हस्ताक्षर किए थे। मृत भारतीयों के रिश्तेदारों के अनुसार उनकी हत्या 15 और 20 जून के बीच हुई। गुरदासपुर के एक गांव के रहने वाले हरजीत मसीह, जिन्होंने 39 भारतीयों के साथ रहने का दावा किया और बच गए, ने समान तिथियां दीं। हालांकि,विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश राज्यमंत्री वी.के. सिंह इस बात पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं हैं।
सहवाग ने भीड़ का शिकार हुए आदिवासी के परिवार को भेजा चेक
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भीड़ का निशाना बने युवक के परिवार को आर्थिक मदद दी है। इसी साल फरवरी में केरल के अटपड़ी इलाके में एक आदिवासी युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, जिसे लेकर सहवाग के ट्वीट पर विवाद भी हो गया था। सामाजिक कार्यकर्ता राहुल ईश्वर ने बताया कि वीरेंद्र सहवाग ने मदद के लिए जो चेक भेजा है, वो मिल गया है। उन्होंने बताया कि सहवाग ने मधु के परिवार को 1.5 लाख का आर्थिक सहयोग है जिसका चेक 11 अप्रैल को परिवार को सौंपा जाएगा। केरल में पलक्कड़ जिले के अटपड़ी में आदिवासी मधु की कुछ युवकों ने बेतहाशा पिटाई थी. मधु पर चोरी का आरोप था, जिसके बाद कुछ युवा उसे जंगल ले गए और बुरी तरह पिटाई की। मधु को इतना पीटा गया कि उसकी मौत हो गई। मधु की मौत की खबर के बाद उसका वीडियो वायरल हो गया था। जिस पर वीरेंद्र सहवाग ने ट्वीट करते हुए आरोपियों के नाम बताते हुए लिखा था कि भी एक ही धर्म से हैं। इस ट्वीट पर विवाद बाद सहवाग बैकफुट पर आ गए थे और उन्होंने उसे डिलीट कर दिया था। अब सहवाग ने पीड़ित परिवार के प्रति दरियादिली दिखाते हुए उसे आर्थिक मदद भेजी है।
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