आरजी कर मेडिकअल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर से दुष्कर्म व हत्या मामले में मुख्य आरोपी संजय राय के जुर्म कबूलने का दावा किया गया है। सूत्रों के मुताबिक पालिग्राफ टेस्ट में उसने कहा कि दुष्कर्म के बाद जूनियर डाक्टर कि हत्या की थी। इससे पहले वह रेड लाइट एरिया भी गया और और रास्ते में एक लड़की को छेड़ा था।
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने इस बीच मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष और पांच अन्य को दूसरी बार पालिग्राफ टेस्ट कराया। घोष के खिलाफ गैर जमानती धारा भी लगाई है। सीबीआई ने प्रेसीडेंसी जेल में बंद संजय राय का रविवार को पालिग्राफ टेस्ट कराया जो तीन घंटे चला। इसमे उसने और भी कई राज खोले। उसने बताया कि वारदात कि रात दोस्त के साथ शराब पी। फिर दोनों रेड लाइट एरिया गए। इसके बाद वह दक्षिण कोलकाता के एक अन्य रेड लाइट एरिया चला गया। रास्ते में एक लड़की से छेड़छाड़ की तड़के इसके बाद गर्ल फ्रेंड को वीडियो काल किया और उसकी तस्वीरें मांगी।
तड़के सेमिनार गया दुष्कर्म व हत्या के बाद दोस्त के घर पहुंचा
सूत्रों के मुताबिक संजय राय ने पालिग्राफ टेस्ट में यह भी कहा कि वह नौ अगस्त को तड़के करीब चार बजे अस्पताल के सेमिनार हाल पहुंचा जहां जूनियर डाक्टर से दुष्कर्म और हत्या के बाद सुबह अपने दोस्त के घर चला गया। उसी दिन सुबह सेमिनार हाल में ही जूनियर डाक्टर का शव मिला था।
हत्याकांड कि जांच कर रही सीबीआई ने आरोपी का प्रोफाइल तैयार किया। इससे पता चला कि वह पार्न फिल्में देखने का आदी था। उसके फोन पर कई अश्लील क्लिप्स मिली।
सही जवाब नहीं दे रहे पूर्व प्राचार्य घोष
सीबीआई अधिकारियों के मुताबिक पूर्व प्राचार्य घोष ने 10 दिनों की पूछताछ में सही जवाब नहीं दिया है। वह परस्पर विरोधी उत्तर दे रहे हैं। इसके चलते ही उनका दूसरी बार पालिग्राफ टेस्ट करना पड़ा।
सीबीआई ने मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में दर्ज एफआईआर में पूर्व प्राचार्य संदीप घोष का नाम भी जोड़ दिया है। घोष के खिलाफ आपराधिक साजिश के साथ धोखाधड़ी बेईमानी और भ्रष्टाचार की धारा लगाई है जो गैर जमानती होती है।