चिकित्सकों को लेकर बंगाल सरकार का रवैया ढीला

बंगाल के सबसे बड़े उत्सव दुर्गा पूजा के बीच आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में महिला डॉक्टर से दरिंदगी को लेकर जूनियर डाक्टरों का अनशन व सीनियर डाक्टरों का सामूहिक त्याग पत्र देना जारी है। जूनियर डाक्टरों की 10 सूत्रीय मांगों के समर्थन में गुरुवार को दुर्गापूजा की महा सप्तमी के दिन राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएसकेएम के भी 40 सीनियर डाक्टरों ने त्याग पत्र दे दिया।

देर रात तक चली बैठक को लेकर डॉक्टरों ने कहा, यह निराश करने वाली थी। उनकी मुख्य मांगों में से एक स्वास्थ्य सचिव को हटाने पर कोई चर्चा नहीं हुई। अन्य मांगों पर मुख्य सचिव ने केवल मौखिक आश्वासन दिया, जबकि वे लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थे।

विभिन्न सरकारी अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों के सीनियर डाक्टरों ने सोमवार से ओपीडी बंद करने की चेतावनी दी है। बंगाल के सबसे बड़े उत्सव दुर्गा पूजा के बीच आरजी कर कांड को लेकर जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन व सीनियर डॉक्टरों का सामूहिक इस्तीफा जारी है। दुर्गा पूजा की महासप्तमी के दिन राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएसकेएम के भी 40 वरिष्ठ डॉक्टरों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम के पास अपना त्यागपत्र भेज दिया है। अब तक 200 चिकित्सकों ने इस्तीफे सौंपे हैं।

बंगाल में दुर्गापूजा की धूम है, लेकिन लोग आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना से काफी नाराज हैं। इसका उदाहरण मुर्शिदाबाद के एक पूजा पंडाल में देखने को मिला। दुर्गा पंडाल में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से मिलती जुलती मूर्ति बनाई गई है। यह मूर्ति महिषासुर राक्षस के स्थान पर बनाई गई है। फोटो सोशल मीडिया में वायरल हो गई है। हालांकि मंदिर समिति ने संदीप घोष के असुर के तौर पर बने होने को एक सिरे से खारिज कर दिया है।

Zeen is a next generation WordPress theme. It’s powerful, beautifully designed and comes with everything you need to engage your visitors and increase conversions.