महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर में चार साल की दो बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न की घटना से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्कूली बच्चों के गुस्साए अभिभावक और स्थानीय नागरिकों ने मंगलवार को स्कूल परिसर से लेकर रेल पटरियों पर भारी विरोध प्रदर्शन किया। इस मामले के आरोपी की पहचान स्कूल के सफाईकर्मी अक्षय शिंदे के तौर पर हुई है जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस दौरान बच्ची के माता-पिता की तरफ से दर्ज कराई शिकायत से सामने आया है किआरोपी ने किस तरह वारदात को अंजाम दिया। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में FIR के हवाले से बताया गया है कि घटना 13 अगस्त को सुबह 9 बजे से 12 बजे के बीच हुई। जिन दो बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ, उनमें से एक बच्ची के परिवार को दूसरी बच्ची के परिवार से बात करने के बाद कुछ शक हुआ। दूसरी बच्ची के परिवार ने बताया कि वो यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं। शिकायत में, बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट में हाइमन टूटने की बात सामने आई है।
विद्रोह में पटरियों पर उतरे प्रदर्शनकारी
बैनर और तथ्तियां लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन कर ट्रेनों का संचालन ठप कर दिया। सैकड़ों की संख्या में अभिभावक और स्थानीय नागरिक सुबह करीब आठ बजे पटरियों पर आ गए। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग को लेकर नारे लगाए और बदलापुर रेलवे स्टेशन पर भी पथराव किया।
तीन पुलिसकर्मी निलंबित
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि परिवार ने कहा है कि उन्होंने 16 अगस्त को इस घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया था लेकिन पुलिस ने 12 घंटे बाद 16 अगस्त, रात 9 बजे FIR दर्ज की थी। महाराष्ट्र सरकार ने जबरदस्त विरोध के बीच बदलापुर मामले में कथित रूप से लापरवाही बरतने के लिए मंगलवार को एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सहित तीन पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया। उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर पोस्ट किया कि कर्तव्य में लापरवाही बरतने के लिए बदलापुर पुलिस स्टेशन से जुड़े वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उपनिरीक्षक और हेड कॉन्स्टेबल को तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं। बदलापुर पुलिस ने अभिभावकों द्वारा पुलिस से संपर्क करने पर कार्यवाई नहीं करने के आरोप में थाना प्रभारी का तबादला कर दिया गया है।
स्कूल के प्रधानाचार्य समेत तीन निलंबित
इस घटना पर संज्ञान लेते हुए स्कूल के प्रबंधन ने प्रधानाचार्य और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। स्कूल प्रबंधन ने सोमवार देर शाम कहा कि उन्होंने प्रधानाचार्य, एक शिक्षिका और एक महिला अटेंडेंट को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया है। प्रबंधन ने घटना पर माफी भी मांगी। प्रबंधन ने कहा कि उसने उस फर्म को काली सूची में डाल दिया है जिसे देखभाल का ठेका दिया गया था।
पॉक्सो के तहत मामला दर्ज करने का आदेश
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैंने ठाणें के पुलिस आयुक्त से बात की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मैंने त्वरित सुनवाई करने और आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म के प्रयास और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो)अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने को कहा है। मुख्यमंत्री शिंदे ने प्रदर्शनकारी अभिभावकों से संयम बरतने की अपील भी की।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में देरी पर सवाल उठाया है। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि जांच के लिए टीम भेजेंगे।
फास्ट ट्रैक अदालत में चले मुकदमा : उद्धव ठाकरे
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाने और जल्दी इंसाफ देने की मांग की। ठाकरे ने कहा कि एक तरफ महायुति सरकार महिलाओं के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहिन योजना चला रही है, लेकिन बहनों की बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। कुछ राज्यों को निशाना बनाकर अपराध पर राजनीति की जा रही है।
स्कूली बच्चों की सुरक्षा के लिए शिंदे ने रखे प्रस्ताव
शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर के साथ बैठक के दौरान शिंदे ने स्कूलों की सुरक्षा में सुधार लाने और भविष्य में यौन उत्पीड़न की घटनाएं रोकने के उद्देश्य से कई उपायों का प्रस्ताव रखा। जैसे कि प्रत्येक स्कूल में शिकायत पेटी लगाना, कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच सहित छात्रों के साथ अक्सर बातचीत करने वाले स्कूल कर्मचारियों की जांच बढ़ाना और छात्रों के लिए सुरक्षित रिपोर्टिंग तंत्र स्थापित करना।