बेंगलुरु में 34 वर्षीय टेक प्रोफेशनल अतुल सुभाष की सोमवार को आत्महत्या का मामला सामने आया। सुभाष ने अपने पीछे 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 81 मिनट का वीडियो छोड़ा है, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुसाइड नोट में लिखे गए आरोप
सुभाष ने अपने नोट में लिखा, “सरकारी प्रक्रियाएं धीमी हैं, जिसके कारण मेरी आत्महत्या में देरी हुई। उम्मीद है कि यह देरी मेरे खिलाफ नहीं जाएगी और मेरे उत्पीड़कों को फायदा नहीं पहुंचाएगी। मेरे जाने के बाद मेरे माता-पिता और भाई को परेशान करने का कोई कारण नहीं रहेगा। मैंने अपना शरीर नष्ट कर लिया है, लेकिन अपनी मान्यताओं को बचा लिया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया और उनके परिवार ने उनके और उनके परिवार पर झूठे मामले दर्ज कराए। सुभाष के अनुसार, उनकी पत्नी और ससुराल वाले ₹2 लाख प्रति माह भरण-पोषण और ₹30 लाख बेटे से मिलने के अधिकार के लिए मांग कर रहे थे।
भ्रष्टाचार के आरोप
सुभाष ने अपने सुसाइड नोट में उत्तर प्रदेश के जौनपुर में फैमिली कोर्ट के एक जज पर ₹5 लाख रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।
परिवार का आरोप और पुलिस कार्रवाई
सुभाष के भाई बिकास कुमार ने उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा, साले अनुराग और मामा सुशील के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने सुभाष को आत्महत्या के लिए उकसाने और ₹3 करोड़ की मांग करने का आरोप लगाया। पुलिस ने मारथाहल्ली थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
शादी और विवाद
सुभाष, जो उत्तर प्रदेश के निवासी थे, ने 2019 में निकिता से शादी की थी। शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया और मामला नौ अलग-अलग आरोपों तक पहुंच गया, जिनमें हत्या और दहेज उत्पीड़न जैसे गंभीर मामले शामिल हैं।
आरोपों की जांच जारी
पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है और सुभाष द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता की जांच की जा रही है। सुभाष का यह मामला समाज में रिश्तों और न्याय प्रणाली पर कई सवाल खड़े करता है।