एएन-32 विमान पर सवार सभी जवानों की मौत, वायुसेना ने की पुष्टि
अरुणाचल प्रदेश के सियांग जिले की दुर्गम पहाड़ियों में मिले भारतीय वायुसेना के दुर्घटनाग्रस्त मालवाहक विमान एएन-32 में सवार सभी 13 लोग मारे गए। इसकी पुष्टि वायुसेना के अधिकारियों ने की। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक विमान के मलबे तक पहुंचे बचाव दल ने इसकी पुष्टि की है। इस हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। बता दें 11 जून को सियांग जिले में गायब विमान एएन-32 के अवशेष पाए गए थे। इसके बाद यहां पर बचाव कार्य तेज कर दिए गए थे।
इसी कड़ी में आज 15 सदस्यीय बचाव दल सुबह विमान के मलबे तक पहुंचा। यहां पर मलबे की जांच के दौरान चालक दल का कोई भी सदस्य जिंदा पाया गया। मंगलवार को एएन-32 का मलबा दिखने के बाद बुधवार को 15 सदस्यीय विशेषज्ञ दल ने हेलिड्रॉप किया था। इस दल में एयरफोर्स, आर्मी के जवान और पर्वतारोही शामिल थे। बचाव दल को पहले एयरलिफ्ट करके मलबे के पास ले जाया गया और फिर उन्हें हेलिड्रॉप किया गया। वैसे, दुर्घटना वाला इलाका काफी ऊंचाई पर और घने जंगलों के बीच में था, इसकी वजह से विमान के मलबे तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण काम था। किसी भी व्यक्ति के न मिलने पर वायुसेना ने ट्वीट कर कहा, 'भारतीय वायुसेना एएन-32 विमान हादसे में तीन जून 2019 को अपनी जान गंवाने वाले बहादुर एयर वॉरियर्स को श्रद्धांजलि देती है। दुख की इस घड़ी में हम पीड़ितों के परिवार के साथ खड़े हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।'
हादसे में मारे गए लोगों की सूची
एएन-32 की दुर्घटना में मारे गए 13 लोगों में 6 अधिकारी और 7 एयरमैन हैं। इसमें मारे गए लोगों में विंग कमांडर जीएम चार्ल्स, स्क्वाड्रन लीडर एच विनोद, फ्लाइट लेफ्टिनेंट आर थापा, फ्लाइट लेफ्टिनेंट ए तंवर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एस मोहंती और फ्लाइट लेफ्टिनेंट एमके गर्ग, वॉरंट ऑफिसर केके मिश्रा, सार्जेंट अनूप कुमार, कोरपोरल शेरिन, लीड एयरक्राफ्ट मैन एसके सिंह, लीड एयरक्राफ्ट मैन पंकज, गैर लड़ाकू कर्मचारी पुतली और राजेश कुमार शामिल हैं। इन लोगों ने 3 जून को असम के जोहराट बेस से दोपहर करीब साढ़े 12 बजे उड़ान भरी थी। जिसके बाद ये लापता हो गया।
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बेहद रहस्यमयी हैं ईस्ट अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियां
3 जून को विमान के लापता होने के बाद इसको खोजने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। बता दें कि ईस्ट अरुणाचल प्रदेश की पहाड़ियां बेहद रहस्यमयी मानी जाती हैं। जिन पहाड़ियों में एएन-32 का मलबा पाया गया है यहां पर पहले भी कई बार ऐसे विमानों का मलबा मिला है, जो दूसरे विश्व युद्ध के दौरान लापता हो गए थे। जिस जगह पर विमान का मलबा मिला है, वह करीब 12 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां की घने जंगलों और घाटियों में किसी भी विमान के मलबे को तलाश करना बहुत ही चुनौती पूर्ण कार्य होता है। यहां पर तलाश करने में सालों लग जाते हैं।
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