घर पर रहिए पर घबराने की कोई बात नहीं, आ रही है कोरोना की दवा

अमेरिका जब कुछ करता है तो ढंग से करता है। इस कदर करता है कि दुनिया सलाम करती है। एक बार फिर कुछ ऐसा ही हुआ है। पिछले दिनों अमेरिका द्वारा हेल्थ इमरजेंसी घोषित की गई तो पूरी दुनिया को अहसास हो गया कि कोरोना वायरस कितना खतरनाक है और यह कोई मामूली लड़ाई नहीं है। अमेरिका के साथ दुनिया ने कोरोना की वैक्सीन बनाने पर काम जारी रखा लेकिन किसी को इसमें सफलता नहीं मिल रही थी। खबर आई कि इजरायल दवा बना चुका है। फिर यह भी अफवाह उड़ी कि चीन ने इसे रोकने का तरीका खोज लिया है। हालांकि, इसमें से किसी की पुष्टि नहीं हो सकी है।
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पीएम मोदी ने भी कहा, नहीं बन सकी है दवा
19 मार्च को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में इसकी कोई दवा नहीं बनाई जा सकी है इसलिए लोगों को खुद ही सावधानी बरतनी होगी। इसके बाद, पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की कि वे 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाकर इस खतरनाक लड़ाई से मुकाबला करने में सरकार की मदद करें। देशभर में जनता ने ऐसा किया भी। बगैर किसी पुलिस या सैन्यबल के भारत में अभूतपूर्व प्रभाव देखने को मिला। इसकी एक बड़ी वजह डर भी रही।
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने किया ट्वीट
आखिरकार, अमेरिका ने कोरोना की कारगर वैक्सीन (दवा) बनाने का काम सफलतापूर्वक कर दिखाया है। अमेरिका का राष्ट्रपति ने 21 मार्च को ट्वीट करके जानकारी दी कि कोरोना वायरस को हराने के लिए दो दवाओं का कॉम्बिनेशन अचूक साबित हो सकता है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि अगर HYDROXYCHLOROQUINE और AZITHROMYCIN नाम की दो दवाओं को साथ में लिया जाए (कृपया घर पर ट्राई न करें) तो ये दवाओं की दुनिया में गेम चेंजर साबित हो सकती हैं। उन्होंने इंटरनेशनल जर्नल ऑफ माइक्रोबायल एजेंट्स का जिक्र करते हुए लिखा कि HYDROXYCHLOROQUINE को अगर AZITHROMYCIN के साथ लिया जाए तो इसके परिणाम काफी अच्छे हो सकते हैं। उन्होंने लिखा, एफडीए (FDA) ने इसके लिए जीतोड़ मेहनत की है।
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टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने सुझाई थी दवा
माइकल के ट्वीट थ्रेड को पढ़ने से इस दवा के बारे में कई रोचक तथ्य जानने को मिलते हैं। वहीं, यह भी पता चलता है कि कार कंपनी टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ही इस दवा की तरफ अमेरिकी सरकार का ध्यान आकर्षित किया था। मस्क ने HYDROXYCHLOROQUINE और AZITHROMYCIN के साथ Chloroquin नाम की एक दवा भी सुझाई थी। माना जा रहा है कि अमेरिका इन तीनों दवाएं के मिश्रण से कोरोना की अचूक दवा विकसित करने में लगा हुआ है। उम्मीद है कि जल्द ही कोरोना की दवा हर देश में होगी और इससे हो रही मौतों पर तत्काल रोक लगाई जा सकेगी।
इंडियावेव की पाठकों से अपील
आपको जानकारी होगी कि भारत के कोरोना प्रभावित 75 जिलों में 31 मार्च तक लॉकडाउन कर दिया गया है। यह सरकार का बहुत जरुरी और सराहनीय फैसला है। हम सभी को इसमें साथ देना चाहिए। इंडियावेव की आप सभी पाठकों से अपील है कि न तो पैनिक करें और न ही अफवाह फैलाएं। यह वक्त घर पर रहने का है। देश के लिए यही सबसे बड़ी सेवा है। अगर आप घर पर हैं, परिवार और अपनी सुरक्षा और सफाई का ख्याल रख रहे हैं और अफवाह के बाजार का हिस्सा नहीं बन रहे हैं तो हम आपके हृदय से आभारी रहेंगे। हमें पूरा भरोसा है कि जल्द ही कोरोना का इलाज खोज लिया जाएगा।
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