प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8-9 जुलाई को रूस के दौरे पर थे, इस दौरान उनका मॉस्को में भव्य स्वागत हुआ। जहां रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को अपना ‘परम मित्र’ कह कर संबोधित किया वहीं रूस ने उन्हें अपने देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाज। मगर, रूस और भारत की दोस्ती अमेरिका को रास नहीं आ रही है।
पीएम मोदी की रूस यात्रा को लेकर अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन का कहना है कि भारत का लंबे समय तक रूस पर भरोसा करना अच्छा नहीं है।
अगर एशिया की दो महाशक्तियों भारत और चीन के बीच कभी युद्ध की स्थिति बनती है तो रूस बीजिंग के पक्ष में खड़ा नजर आएगा।
जेक सुलिवन (अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार)
हमने भारत सहित दुनिया के हर देश को आगाह किया- सुलिवन
सुलिवन ने कहा, “हमने भारत सहित दुनिया के हर देश को स्पष्ट कर दिया है कि लंबे समय तक विश्वसनीय साझेदार के रूप में रूस पर दांव लगाना अच्छा कदम नहीं है।”
रूस चीन के काफी नजदीक होता जा रहा- अमेरिका
जेक सुलिवन ने आगे कहा कि रूस चीन के काफी नजदीक होता जा रहा है। सही मायनों में रूस चीन का जूनियर पार्टनर बन रहा है। इस तरह रूस कभी भी भारत के बजाय चीन का पक्ष लेगा। प्रधानमंत्री मोदी, निश्चित रूप से भारत के खिलाफ चीनी आक्रामकता की संभावना के बारे में गहरी चिंता रखते हैं।
भारत के रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध- सुलिवन
हालांकि एनएसए सुलिवन ने यह भी माना है कि भारत के रूस के साथ ऐतिहासिक संबंध हैं और यह रातो-रात बदलने वाला नहीं है। उन्होंने कहा, लंबा खेल है। हम (अमेरिका) दुनियाभर में भारत जैसे अपने लोकतांत्रिक सहयोगियों के साथ रिश्ते मजबूत कर रहे हैं। हम जैसे-जैसे आगे बढ़ेंगे हमारे रिश्ते और मजबूत होंगे।
बता दें कि राष्ट्रपति पुतिन के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के साथ भारत के रिश्ते मजबूत करने पर जोर दिया।