राकेश भदौरिया ने संभाला आईएएफ प्रमुख का पद, जानिए उनके बारे में सब कुछ
राफेल विमान की डील में प्रमुख भूमिका निभाने वाले आईएएफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने आज आईएएफ प्रमुख का पद संभाल लिया है। नए प्रमुख के रूप में एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने बीएस धनोआ का चार्ज लिया है। आईएएफ चीफ राकेश कुमार सिंह भदौरिया 26वें प्रमुख के रूप में चार्ज संभाल रहे हैं।
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बता दें एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा आज रिटायर हो रहे हैं और उन्होंने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा की जगह ले ली है। बता दें आज ही के दिन एयर मार्शल राकेश भदौरिया भी रिटायर हो रहे थे, लेकिन सरकार ने उनके रिटायरमेंट को नजरअंदाज कर वायुसेना प्रमुख बनाने का फैसला किया। सबसे खास बात यह रही कि थल सेना और नौसेना की तरह वायुसेना में सरकार ने किसी सीनियर के रहते जूनियर को चीफ बनाने का ऐलान नहीं किया है, बल्कि एयरचीफ धनोवा के बाद राकेश भदौरिया को ही वायुसेना में सीनियरमोस्ट हैं।
राफेल विमान की टीम का अहम रहे हिस्सा
आईएएफ का चार्ज संभालने वाले राकेश कुमार सिंह भदौरिया 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए गठित निगोशिएशन टीम का प्रमुख हिस्सा रहे हैं। यही नहीं वह भारतीय वायुसेना के सबसे बेहतरीन पायलटों में से एक हैं। उन्होंने अब तक राफेल सहित 28 से ज्यादा प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमानों को उड़ाया है। एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया प्रायोगिक टेस्ट पायलट होने के साथ कैट 'ए' कैटेगरी के क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर भी हैं। यही नहीं, कुशल परिचालन की वजह से उन्हें वर्ष 2002 में वायु सेना पदक, वर्ष 2013 में अति विशिष्ट सेवा पदक और वर्ष 2018 में परम विशिष्ट सेवा पदक भारत सरकार ने दिया है।
दक्षिणी पश्चिमी सीमा के रहे हैं प्रमुख
भारतीय वायुसेना के प्रमुख का पद संभालने वाले राकेश कुमार सिंह भदौरिया जगुआर स्क्वाड्रन और दक्षिणी पश्चिमी सीमा वायुसेना स्टेशन के प्रमुख रह चुके हैं। यही नहीं, एयर मार्शल भदौरिया विमान और सिस्टम परीक्षण प्रतिष्ठान में उड़ान परीक्षण स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर भी रह चुके हैं। इसी संस्थान ने भारत के पहले स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस की प्राथमिक उड़ानों को आयोजित किया था। नए वायुसेना प्रमुख के रूप में पद संभालने वाले राकेश कुमार सिंह भदौरिया दो साल तक एयरफोर्स चीफ के पद पर बने रहेंगे। वह मास्को स्थित भारतीय दूतावास में एयर अटैशे, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट के अलावा वायुसेना मुख्यालय के डिप्टी चीफ ऑफ एयर स्टाफ भी रह चुके हैं। राकेश सिंह भदौरिया इस समय 60 वर्ष के हैं, इसकी वजह से वह तीन साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएंगे। वह दो साल बाद ही 62 वर्ष की उम्र पूरा करने पर वायुसेना प्रमुख पद से रिटायर हो जाएंगे।
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