अंतरिम बजट 2019 : आयुष्मान योजना से इस तरह मिलेगा मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
अंतरिम बजट 2019 पेश करते वक्त वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि देश में हेल्थकेयर में बड़े पैमाने पर वृद्धि देखी गई। आयुष्मान भारत योजना के तहत 10 लाख लोगों का इलाज किया गया है। घुटने के प्रत्यारोपण और स्टेंट की कीमतें काफी कम हो गई हैं, जिससे आम लोगों को फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इससे लगभग 50 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा, जिससे गरीब परिवार के लोगों की लगभग 3,000 करोड़ रुपये की बचत होगी। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार बनने के बाद से अभी तक 14 नए एम्स बन चुके हैं।
ये है आयुष्मान भारत योजना
पीएम मोदी ने बीते साल स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में घोषणा की कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान, जिसे आयुष्मान भारत या राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबी-एनएचपीएम) या मोदीकेयर के रूप में भी जाना जाता है, 25 सितंबर, 2018 को लॉन्च किया जाएगा। इस योजना के तहत करीब 10 करोड़ गरीब परिवारों को 5 लाख रुपए स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा। इस महत्त्वाकांक्षी योजना के लिये सरकार ने 10 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इसे दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी हेल्थकेयर बीमा कार्यक्रम बताया जा रहा है।
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ये हैं योजना की विशेषताएं
इस योजना में सरकार पूरे भारत में किसी भी सरकारी या यहां तक कि निजी अस्पतालों स्वास्थ्य बीमा योजना, माध्यमिक और तृतीयक चिकित्सा देखभाल सुविधाओं के में हर साल प्रति परिवार को 5 लाख रुपये तक की मुफ्त कवरेज देगी। इस प्रक्रिया के तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) के आंकड़ों के आधार पर 80 प्रतिशत लाभार्थियों की पहचान की गई है। इसमें लगभग 50 करोड़ भारतीय नागरिकों के लिए मोडिकेयर उपलब्ध किया जाएगा।
इस योजना में परिवार के आकार, उम्र या लिंग के आधार पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
प्रीमियम भुगतान में किए गए व्यय को एक निर्दिष्ट अनुपात में केंद्र और राज्य सरकारों के बीच बांटा जाएगा। इस योजना के लिए धनराशि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए 60:40 आवंटित की गई है। पूर्वोत्तर राज्यों में 90:10 और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे तीन हिमालयी राज्यों में और विधायिका के बिना संघ शासित प्रदेशों के लिए 100% केंद्रीय वित्त पोषण आवंटित किया गया है।
ऐसे मिलेगा फायदा
इस योजना को अगर सही ढंग से लागू करने में सरकार कारगर होती है तो एक बड़ें हिस्से तक शुरुआती इलाज और उपचार सेवाओं सहित स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच को बढ़ाया जा सकता है जो इन खर्चों को भी वहन करने में असमर्थ रहे हैं। इसके अलावा एनएचपीएस देश को सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज और स्वास्थ्य सेवा के लिए समान पहुंच की दिशा में आगे बढ़ने में मदद कर सकता है जो संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDG3:अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण) में से एक है।
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