स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से ऊंची होगी आंध्र विधानसभा की इमारत, नायडू ने दी हरी झंडी
गुजरात में बनी सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के साथ ही यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बन गई है। इसी को देखते हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र की नई राजधानी अमरावती में बनने वाले विधानसभा भवन के टावर की ऊंचाई स्टेचू ऑफ यूनिटी से ज्यादा बनाने की घोषणा कर दी है।
चंद्रबाबू नायडू ने बताया है कि अमरावती में प्रस्तावित आंध्र प्रदेश विधानसभा बिल्डिंग विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी से 68 मीटर ज्यादा ऊंची होगी। बता दें, स्टैचू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है। चंद्रबाबू नायडू अमरावती में प्रस्तावित राज्य की विधानसभा को 250 मीटर की ऊंचाई वाला भवन बनाना चाहते हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू ने नई विधानसभा का डिजाइन लगभग फाइनल कर लिया है, जिसमें कुछ छोटे बदलाव कर इसका ब्लूप्रिंट राज्य सरकार यूके बेस्ड नॉर्मा फॉस्टर्स ऑर्कीटेक्ट्स को देगी। नई विधानसभा में तीन मंजिलें होंगी और एक 250 मीटर ऊंचा आसमान छूता टावर लगाया जाएगा।
राज्य मंत्री पी. नारायण ने कहा कि नायडू द्वारा प्रस्तावित विधानसभा भवन का ढांचा किसी उल्टे लिली के फूल जैसा लगेगा। सरकार इसके लिए नवंबर में टेंडर निकालेगी और पूरी प्रक्रिया दो साल में पूरी होने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें दो गैलरीज होंगी जिसमें एक की लंबाई 80 मीटर तो वहीं दूसरी की लंबाई 250 मीटर होगी। यहां से अमरावती शहर की झलक देखने को मिलेगी। पी. नारायण ने बताया कि सीएम नायडू में इसमें कुछ बदलाव करने को कहा है, जिसके बाद अगले कुछ दिन में मॉडल तैयार हो जाएगा। नायडू ने भवन की पांच अन्य इमारतों के मॉडल भी फाइनल कर दिए हैं। उन्होंने बताया कि सीआरडीए अधिकारियों को टेंडर का ड्रॉफ्ट तैयार करने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए बढ़ रही है पर्यटकों की संख्या
गुजरात के सरदार सरोवर बांध के करीब बनी 182 मीटर प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर को किया था और इसे आम जनता के लिए एक नवंबर से खोल दिया गया है। दिनोंदिन पर्यटकों की बढ़ती आमद को देखते हुए गुजरात सरकार को जनता से स्मारक की क्षमता को देखते हुए वहां आने की योजना बनाने की अपील करनी पड़ी है। दरअसल, विशालतम प्रतिमा के अंदर बनी दर्शकदीर्घा में जाने के लिए तेज गति की दो लिफ्ट हैं। यह अधिकतम पांच हजार लोगों को प्रतिदिन ऊपर ले जा सकती हैं। इस दर्शकदीर्घा में एक समय में अधिकतम दो सौ लोग आ सकते हैं और यह प्रतिमा में 135 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने के लिए लगती है टिकट
इस विशालकाय प्रतिमा को देखने के अलावा लोग विजिटर सेंटर, सोवनियर शॉप, प्रदर्शनी हाल, दर्शकदीर्घा आदि भी जा सकते हैं। स्टेच्यू ऑफ यूनिटी में प्रवेश और दर्शकदीर्घा के लिए वयस्कों के टिकट की कीमत 350 रुपये हैं। वहीं, तीन-15 साल तक के बच्चों के लिए 200 रुपये का टिकट है। यह स्मारक मेनटेनेंस के काम के लिए हर सोमवार को बंद रहता है।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी बनाने में करीब 2979 करोड़ रुपये हुए खर्च
सरदार पटेल की इस प्रतिमा की ऊंचाई स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से दोगुनी है। प्रतिमा की निर्माण का सरदार सरोवर बांध के पास साधु बेट पर किया गया गया है। मूर्ति के निर्माण में 70,000 टन सीमेंट, 18,500 टन मजबूत लोहा, 6,000 टन स्टील और 1,700 मीट्रिक टन कांसे का प्रयोग किया गया है। इस प्रतिमा को बनाने के लिए करीब 2979 करोड़ रुपये खर्च हुए, जिसमें से अधिकांश पैसा गुजरात सरकार ने दिए थे।
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