हैरतअंगेज: फ्लाइओवर के बीच आ रहा था मंदिर, खिसकाकर 25 फिट दूर किया

इमारतें सालों-साल अपनी जगह पर स्थिर खड़ी रहती हैं। यह उनकी विशेषता भी होती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी कई टन वजनी इमारत को खिसका कर दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया जाए। भारत में ऐसा बहुत ही कम होता है। तमिलनाडु के मदुरै में 350 टन वजनी मुथल्लम्मन मंदिर को खिसका कर 25 फिट दूर शिफ्ट किया गया है। दरअसल यह मंदिर एक रोड प्रोजेक्ट के बीच में आ रहा था, जिसके चलते पहले इस मंदिर को तोड़ने की तैयारी थी, लेकिन मंदिर कमेटी ने इसे खिसकाने का निर्णय लिया। इस काम में 22 लाख रुपये का खर्चा आया है। तमिलनाडु के मदुरै को मंदिरों का शहर कहा जाता है, यहां सैकड़ों की संख्या में मंदिर हैं।

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फ्लाइओवर के लिए तोड़ा जा रहा था मंदिर
तमिलनाडु के मदुरै के नारायणपुरम में मौजूद यह मंदिर मदुरै-नाथम एलिवेटेड हाइवे प्रॉजेक्ट के बीच में आ रहा था। इसके चलते फ्लाइओवर के निर्माण में बाधा आ रही थी। इस बारे में प्रशासन ने मंदिर कमेटी से सलाह मांगी थी। सबसे पहले मंदिर को तोड़ने का ही निर्णय लिया गया था।
इस बारे मंदिर के पुजारी ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए बताया कि पहले इस मंदिर के 15 फिट के हिस्से को तोड़ने का प्लान बनाया गया था। इस मंदिर को तोड़कर दूसरी जगह बनाने में करीब 1.2 करोड़ रूपये का खर्च आ रहा था। वहीं इसे खिसकाने में 22 लाख रुपये लगे हैं। इसके चलते हमने मंदिर को खिसकाने का फैसला लिया। इस काम में 03 महीने का समय लगा।

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कई टीमें मिलकर कर रहीं काम
बताते हैं कि यह मंदिर 21 साल पुराना है और बेहद मजबूत है। इसे बनाने में करीब 25 लाख रुपये का खर्च आया था। इसका वजन अनुमानित तौर पर 350 टन है। अब हमने इसे खिसकाने में सफलता प्राप्त की है। इसके लिए बिहार, हरियाणा और नेपाल की टीमें लगी हुई थीं। आपको बता दें कि बिहार की कुछ कंपनियां इस काम में काफी एक्सपर्ट मानी जाती हैं। यह लोग इमारतों के नीचे बेस बनाकर उसे लोहे के भारी एंगल्स के ऊपर खिसकाते हैं। जिससे बड़ी-बड़ी इमारतें दूसरी जगह स्थापित की जा सकती हैं।
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