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देश विदेश

विंग कमांडर अभिनंदन को यह सौगात देने जा रही है मोदी सरकार!

08 August 2019

अपनी वीरता से देश का मान बढ़ाने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को केन्द्र सरकार वीर चक्र से सम्मानित कर सकती है। सरकार 15 अगस्त के लिए होने वाले सम्मान को लेकर यह बड़ी घोषणा कर सकती है। पाकिस्तान के घुसपैठिए विमान को खदेड़ने के चक्कर में पाकिस्तान की सीमा में दाखिल होने वाले अभिनंदन ने अपनी वीरता का परिचय दिया था। उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त होकर पाकिस्तान में गिर गया था, जिसके बाद उन्हें पाकिस्तान की सेना ने हिरासत में ले लिया था।

अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

08 August 2019

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शाम रात आठ बजे देश की जनता को संबोधित करेंगे। अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह मौका है जब पीएम राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इसकी जानकारी पीएमओ ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी है।

गढ़मुक्तेश्वर घाट में विसर्जित की गईं सुषमा स्वराज की अस्थियां

08 August 2019

भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अस्थियों को हापुड़ में गंगा नदी के गढ़मुक्तेश्वर घाट पर विसर्जित कर दिया गया। सुषमा स्वराज की बेटी, पति समेत अन्य परिजन गुरुवार सुबह लोधी श्मशान घाट से अस्थियां जुटाकर गढ़मुक्तेश्वर पहुंचे थे। इसके बाद सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज ने गंगा में अस्थियों को विसर्जित किया। सुषमा स्वराज के अस्थि विसर्जन के दौरान सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल भी मौजूद रहे।

आर्टिकल 370 हटने के बाद क्यों खुश हैं लद्दाख के लोग

08 August 2019

जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद-370 (आर्टिकल) खत्म होने जहां पूरे देश में खुशी का माहौल है, तो वहीं स्थानीय नेताओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। नेताओं की भले ही नाराजगी हो, लेकिन आज जनमानस में अलग तरह का असर दिख रहा है। खास करके लद्दाख के लोगों में जो कि जम्मू और कश्मीर से अलग होकर अब केंद्र शासित प्रदेश बन गया है। अब अलग से केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यहां पर चण्डीगढ़ सहित अन्य केंद्र शासित प्रदेशों की तरह के नियम लागू होंगे। कश्मीर में भले ही अभी हालात सामान्य न हो, लेकिन लद्दाख के लोगों में खुशी है और वह केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। आखिर खुशी भी क्यों न जताए जो वर्षों से अपने को अलग करने की मांग करते चले आ रहे थे। लेकिन उनकी मांग पूरी नहीं हो रही थी। उनका आरोप था कि जम्मू और कश्मीर के नाम पर केंद्र सरकार की तरफ से भेजा जाने वाला कोष सिर्फ और सिर्फ कश्मीर पर ही खर्च किया जाता है, लद्दाख तक नहीं पहुंच पाता है। इसके अलावा क्षेत्रवाद भी स्थानीय नेता आरोप लगा रहे थे। 

पाकिस्तान ने भारत के साथ तोड़े व्यापारिक संबंध, जानिए किस पर पड़ेगा कितना असर

08 August 2019

जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के फैसले पर पाकिस्तान इस कदर बौखलाया कि उसने भारत से अपने सारे व्यापारिक संबंध भी खत्म करने का फैसला कर लिया। हालांकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का ये फैसला पाकिस्तान के लिए भारत से ज्यादा नुकसानदायक साबित होगा क्योंकि पाकिस्तान की कई जरूरी चीजें भारत से आयात होती थीं। पाकिस्तान ने ये भी तय किया है कि इस बार उनका स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त कश्मीरियों के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के रूप में मनाया जाएगा जबकि भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को काला दिवस मनाया जाएगा। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पुलवामा आतंकी हमले के समय से ही चल रहे थे। भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पाकिस्तान से निर्यात काफी कम कर दिया था। 

बांसुरी ही नहीं इन लोगों की भी 'मां' थीं सुषमा स्वराज

08 August 2019

ये दुनिया नश्वर है और एक यहां से हरेक को एक दिन जाना है। लेकिन यह भी दस्तूर है कि दुनिया को अलविदा कहने वाले व्यक्ति के अतीत को ही याद करके उन्हें भी याद किया जाता है। भारतीय राजनीति से हमेशा-हमेशा के लिए एक टिमटिमाता सितारा मंगलवार को बुझ गया। अपने 42 साल के राजनीतिक करियर में उन्होंने जो कुछ किया, उसे आज हर भारतीय याद कर रहा है। याद ही नहीं बल्कि उनके अच्छे कामों की तारीफ भी कर रहा है। जी हां, भारतीय राजनीतिक की एक अहम धुरी सुषमा स्वराज हम लोगों के बीच में भले ही न रही हो, लेकिन उन्होंने मंत्रालय में रहते हुए जो काम किए उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने ऐसे काम किए है, जिनको उनके विरोधियों ने भी गले लगाया, सम्मान दिया, कामों को इज्जत दी है। 

पढ़िए सुषमा स्वराज से जुड़े इन विवादों के बारे में जो सबसे ज्यादा चर्चा में रहे

07 August 2019

पूर्व विदेश मंत्री और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज की बीते रात हार्ट अटैक से निधन हो गया। भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं में एक रहीं सुषमा स्वराज का राजनीतिक सफर भी काफी दिलचस्प था। वो 1977 में 25 साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने वालीं देश की सबसे कम उम्र की महिला थीं। विदेश मंत्री बनने वालीं देश की पहली महिला थींऔर दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने वालीं भी पहली महिला थीं। उनकी इन्हीं उपलब्धियों के चलते अमेरिकी मैगजीन द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 2017 में उन्हें भारत की सबसे प्रिय राजनीतिज्ञ करार दिया था।जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाली सुषमा स्वराज अपने कार्यकाल के दौरान कई बड़े विवादों में भी रहीं। आइए डालते हैं उसी पर एक नजर-

निधन से एक घंटा पहले सुषमा स्वराज ने हरीष साल्वे से कहा, 1 रुपये फीस ले जाइए

07 August 2019

भारत की पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज नहीं रहीं। मंगलवार रात उन्होंने दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। 67 साल की सुषमा स्वराज निधन से पहले तक अपने राजनीतिक जीवन में पूरी तरह से सक्रिय थीं। उनकी सक्रीयता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि निधन के महज एक घंटे पहले ही उन्होंने भारत के प्रसिद्ध वकील और अंतरराष्ट्रीय कार्ट में कुलभूषण जाधव का केस लड़ रहे हरीष सल्वे से फोन पर बात की और उनके अपनी फीस का एक रुपया ले जाने के लिए कहा।  

सुषमा स्वराज के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़, देखें फोटोज

07 August 2019

पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। उनका पार्थिव शरीर उनके आवास पर रखा गया है। जहां अंतिम दर्शन करने के लिए राजनेताओं की भीड़ जुट रही है। सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी उनके दर्शक कर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री इस दौरान बेहद भावुक नजर आए। उन्होंने सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज और पति कौशल स्वराज को ढांढस बंधाया। उनके निधन पर राज्यसभा में भी शोक जताया गया है।

सुषमा स्वराज का निधन, अचानक मृत्यु से पूरे देश में उठी शोक की लहर

07 August 2019

पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार देर रात निधन हो गया। वह 67 साल की थीं। डॉक्टर्स के मुताबिक उनकी मृत्यु कार्डिएक अरेस्ट के कारण हुई है। परिजन उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्हें रात 9:50 बजे दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती किया गया था। उनके निधन से पूरा देश स्तब्ध रह गया है। हालांकि सुषमा स्वराज किडनी की मरीज थीं। उनका किडनी ट्रांसप्लांट भी हो चुका था। मोदी सरकार-2 के कार्यकाल में उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए मंत्री बनने से इनकार कर दिया था। सुषमा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं।

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