यूपी में 30 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में प्रतिदिन होंगे 10 हजार कोविड टेस्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तरफ से अब प्रदेश में कोविड टेस्ट को बढ़ाकर तीन लाख कर दिया गया है। प्रदेश में टेस्टिंग को बढ़ाने के पीछे का उद्देश्य सरकार की तरफ से यह है कि सही समय पर मरीज की पहचान करके उसका बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है। सरकार की तरफ से एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति को अपनाया गया है। सीएम योगी ने अधिकारियों से बैठक करके कहा कि कोविड टेस्ट अधिक से अधिक कराएं और गांवों में कोविड को रोकने के लिए निगरानी समितियों और रैपिड रिस्पॉन्स टीम की बराबर मॉनीटरिंग करते रहे।
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सीएम योगी ने कहा कि एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के अनुरूप विगत 24 घंटों में प्रदेश में 02 लाख 91 हजार 156 टेस्ट किए गए है। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि टेस्टिंग के मामले में इस समय उत्तर प्रदेश नंबर एक पर है और सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि हमें टेस्टिंग और तेज करनी होगी। 30 लाख से अधिक आबादी वाले जिले हर दिन न्यूनतम 10 हजार टेस्ट जरूर होने चाहिए। उन्होंने सभी जिलों में निगरानी समितियों और रैपिड रिस्पॉन्स टीम की सतत मॉनीटरिंग करने की बात कहीं। गांवों में कोरोना की रोकथाम में इन समितियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे गांव अभी काफी हद तक संक्रमण से सुरक्षित हैं। सभी जिलों में आरआरटी की संख्या बढ़ाने की कार्यवाही की जाएं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आंशिक कोरोना कफ्र्यू में सभी आवश्यक सेवाएं, निर्माण कार्य एवं औद्योगिक गतिविधियां संचालित हैं। औद्योगिक इकाइयों में कोविड हेल्पडेस्क तथा कोविड केयर सेण्टर अनिवार्य रूप से स्थापित हों। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमन्दों को भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएं। नॉन-कोविड मरीजों के उपचार की व्यवस्था के लिए डेडिकेटेड अस्पताल क्रियाशील किए जाएं। महिलाओं और बच्चों के लिए भी डेडिकेटेड अस्पताल संचालित रहें। प्रत्येक जनपद में डायलिसिस की सुविधा मरीजों को उपलब्ध रहे, इसके लिए भी उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को कोविड प्रबन्धन की रीढ़ बताते हुए कहा कि इन्हें और सुदृढ़ व प्रभावी ढंग से संचालित किया जाए। कोविड प्रबन्धन के लिए प्रतिदिन जिलाधिकारी, सीएमओ सहित अधिकारियों की बैठकें सुनिश्चित की जाएं।
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मनमानी पर कठोर कार्रवाई के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्राइवेट लैब और अस्पतालों की मनमानी पर कठोर एक्शन लेने की बात अधिकारियों से कहीं। उन्होंने कहा कि जांच और इलाज के सम्बन्ध में प्राइवेट लैब व निजी अस्पतालों द्वारा मनमानी और ओवर चार्जिंग की स्थिति में उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी कोविड सम्बन्धी जांच व उपचार के लिए रेट निर्धारित हैं। निजी एम्बुलेंसों द्वारा भी मनमाना किराया वसूली को रोका जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस पर रेट लिस्ट चस्पा रहे ताकि मरीजों से किसी भी तरह की गलत वसूली न की जा सकें।
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वैक्सीनेशन के काम में तेजी लाने के निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन का वृहद अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है। वैक्सीन का जीरो वेस्टेज सुनिश्चित किया जाए। कॉल सेण्टर के माध्यम से जितने लोगों को वैक्सीन की डोज उपलब्ध करायी जानी है, उतने ही लोगों को बुलाया जाएं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार वैक्सीनेशन का कार्य संचालित किया जाए। कोल्ड चेन को बनाये रखते हुए वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए। वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ाने के कार्य किये जाएं। सभी कॉमन सर्विस सेण्टर्स क्रियाशील रहें। इनके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन सम्बन्धी कार्य किये जाएं। यहां पर निरक्षर, दिव्यांग, निराश्रित, श्रमिक अथवा अन्य जरूरतमंद लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित कराने के लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर टीकाकरण पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन कोविड संक्रमण के विरुद्ध एक प्रभावी उपाय है। इससे महामारी के नियंत्रण में मदद मिलेगी।
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ऑक्सीजन प्लाण्ट्स को किया जाए स्थापित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों के साथ में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए कहा कि सभी जिलों के लिए ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की स्थापना के लिए स्वीकृति दी गयी है। यह ऑक्सीजन प्लाण्ट्स भारत सरकार, राज्य सरकार तथा अन्य संगठनों व सीएसआर के माध्यम से स्थापित किये जा रहे हैं। यदि कहीं इनके सम्बन्ध में अतिरिक्त आवश्यकता है तो उसका प्रस्ताव शीघ्र मुख्य सचिव को प्रेषित किया जाए। विशेषज्ञों के आकलन के दृष्टिगत सभी जिलों को हर तरह की चुनौती के लिए तैयार रहना होगा। सभी मेडिकल कॉलेजों में 100 बेड का पीडियाट्रिक आई0सी0यू0 (पीकू) वॉर्ड तैयार किया जाए। जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता से पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि पीकू के निर्माण की कार्यवाही प्रभावी ढंग से शीघ्रता के साथ प्रत्येक जनपद में की जाए। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार द्वारा पिछले तीन-चार वर्षों से कार्य भी किया गया है। पोस्ट कोविड वॉर्ड की भी स्थापना कर मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जाए।
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